- नगरी निकाय चुनाव में टीम सोनिया झोकेगी ताकत
भोपाल। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर में हाल ही में हुए उपचुनावों के बाद प्रदेश कांग्रेस में बड़े बदलाव की अटकलें थीं। लेकिन नगरी निकाय चुनाव के कारण कांग्रेस में बदलाव की सुगबुगाहट फिलहाल थमती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस पार्टी का पूरा जोर नगरी निकाय चुनाव पर है। इसकी तैयारियों को लेकर सोनिया गांधी की टीम प्रदेश में ताकत झोंकने में जुट गई है। एआईसीसी सचिव और प्रदेश के सह प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी शनिवार को भोपाल पहुंचे। सुधांशु त्रिपाठी ने पीसीसी दफ्तर में पार्टी पदाधिकारियों के साथ नगरी निकाय चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। सुधांशु त्रिपाठी 16 दिसंबर तक भोपाल, सीहोर, विदिशा और रायसेन में नगरी निकाय चुनाव को लेकर बैठक करेंगे। सुधांशु त्रिपाठी ने कहा कि पार्टी का फोकस फिलहाल संगठन में फेरबदल को लेकर नहीं है। पार्टी का जोर नगरी निकाय चुनाव पर है। पूरी पार्टी एकजुट होकर नगरी निकाय चुनाव लड़ेगी।
संगठन में बदलाव नहीं
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि फिलहाल कांग्रेस के संगठन में बदलाव नहीं होगा। उपचुनावों के बाद कांग्रेस का फोकस नगरी निकाय चुनाव पर है। पार्टी के सभी बड़े नेता कार्यकर्ता नगरी निकाय चुनाव में पार्टी की जीत के लिए उतरेंगे।
भाजपा ने किया तंज
छोटे शहरों के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के मोर्चा संभालने पर बीजेपी ने तंज कसा है। भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि एआईसीसी के पदाधिकारियों के नगरी निकाय चुनाव को लेकर हो रहे दौरों से साफ है कि पीसीसी चीफ कमलनाथ और केंद्रीय नेतृत्व के बीच वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है। कांग्रेस के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है।
तारीख नहीं, पर तैयारियों में जुटी कांग्रेस
बहरहाल प्रदेश में नगरी निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन छोटे शहरों के चुनाव में बड़ा दम लगाना कांग्रेस पार्टी ने अभी से शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी पहले प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारियों के बीच जिलों का बंटवारा कर नगरी निकाय चुनाव की जिम्मेदारी सौंप चुकी है। निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक 16 से 19 दिसंबर तक प्रदेश का दौरा करने वाले हैं। मुकुल वासनिक भोपाल, सागर, जबलपुर, रीवा संभाग में बैठक कर नगरी निकाय चुनाव पर मंथन करेंगे। मतलब साफ है कि अब तक चुनावी फ्रेम में दिखने वाले कांग्रेस का बड़ा चेहरा कमलनाथ थे। लेकिन अब नगरी निकाय चुनाव में राष्ट्रीय नेताओं के दखल से पार्टी के अंदर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।