- स्कूल (School) खुलेंगे तब बच्चे मास्क (Mask) लगाकर ही जाएंगे
भोपाल। प्रदेश (Pradesh) में कोरोना (Corona) के प्ररकण बढऩे के बाद राज्य सरकार (State Government) ने सख्ती और सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है। मास्क (Mask) लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) पर सख्ती जरूरी है। यदि अगले 3 दिन में कोरोना के प्रकरणों में गिरावट नहीं हुई तो 8 मार्च से भोपाल (Bhopal) और इंदौर (Indore) में रात्रि कर्फ्यू (Curfew) लगाया जा सकता है। इसका फैसला सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक में लिया जाएगा। सरकार अगले शिक्षा सत्र से स्कूल खोलने की मंजूरी दे सकती है। लेकिन स्कूलों जाने वाले छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों के लिए मास्क अनिवार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर (Indore) में लंदन वैरिएंट से प्रभावित 6 मरीज मिले हैं। लंदन वैरिएंट (London variant) का संक्रमण अधिक घातक है। इसकी संक्रामक क्षमता तुलनात्मक रूप से अधिक है। इंदौर में पिछले सप्ताह प्रतिदिन औसतन 151 प्रकरण बढ़े हैं। इसी प्रकार भोपाल में 78, जबलपुर में 16, बैतूल में 13 और छिंदवाड़ा व उज्जैन में 11-11 प्रकरणों की प्रतिदिन औसतन वृद्धि हुई है। इंदौर में पिछले 15 दिनों में प्रकरणों की संख्या दोगुनी हो गई है। इस गंभीरता को देखते हुए इंदौर और भोपाल में सावधानियाँ बरतना और सख्ती करना आवश्यक है।
मास्क (Mask) नहीं लगानेपर होगी कार्यवाही
मुख्यमंत्री (Cheif Minister) ने दुकानदारों से सावधानियां बरतने की अपील की है। चौहान ने कहा कि दुकानदार दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करें जो दुकानदार बिना मास्क के दुकान पर बैठेंगे या बिना मास्क लगाए व्यक्तियों को सामान देंगे उन पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही सामान्य तौर पर रोको-टोको के लिए भी भोपाल और इंदौर में तत्काल प्रभाव से अभियान आरंभ किया जाए।
स्कूल, कॉलेजों में जागरूकता पर ध्यान दें
चौहान ने उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शासकीय तथा गैर-शासकीय शैक्षणिक संस्थाओं में मास्क का उपयोग अनिवार्य किया जाए। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाएँ।
टीकाकरण केन्द्रों पर बढ़ाएं सुविधाएं
चौहान ने कहा कि टीकाकरण केन्द्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। बुजुर्गों सहित सभी व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था, शेड, पेयजल, व्हील-चेयर और टीकाकरण के बाद ऑब्जर्वेशन के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने सामाजिक संगठनों से टीकाकरण केन्द्रों पर चाय, पानी, शरबत आदि की व्यवस्था करने की अपील की। चौहान ने कहा कि जिनका टीकाकरण हो रहा है, उन्हें प्रमाण-पत्र के साथ-साथ एक मार्गदर्शी कार्ड भी उपलब्ध कराया जाए, जिसमें अगले टीकाकरण की तिथि, सामान्य जानकारियाँ और आवश्यक सावधानियों के संबंध में उल्लेख हो।
महाराष्ट्र से आने वालों को रिपोर्ट देखकर दें प्रवेश
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, उज्जैन और महाराष्ट्र से लगे जिलों में कोरोना से प्रभावित प्रकरणों की संख्या बढ़ रही है। प्रदेश में किसी भी हालत में स्थिति को बिगडऩे नहीं दिया जाए। महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। इसकी जवाबदारी बस ऑपरेटरों की होगी। बस ऑपरेटर रिपोर्ट के आधार पर ही यात्रियों को बस में प्रवेश दें। राज्य की सीमा पर पुख्ता चैकिंग की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए हैं कि महाराष्ट्र सीमा से लगे सभी जिलों पर लगातार निगरानी रखी जाए।