विदेश

युद्ध का युग नहीं… रूस में जयशंकर ने दोहराई मोदी की बात, अफगानिस्तान पर भी चेताया

नई दिल्ली: रूस दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की है. दोनों ने मॉस्को में आपसी हितों के मुद्दों और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की. जयशंकर ने कहा कि हमने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. यूक्रेन संघर्ष प्रमुख विशेषता थी. जैसा कि प्रधानमंत्री ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को बताया कि यह युद्ध का युग नहीं है. हमारी सरकारों के बीच विभिन्न स्तरों पर मजबूत और निरंतर संपर्क हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हाल ही में सितंबर में समरकंद में मिले थे और हमारे रक्षा मंत्रियों ने भी एक-दूसरे से बात की थी. मुलाकात के बाद जयशंकर ने कहा कि इस साल ये हमारी 5वीं मुलाकात है. हम लंबी साझेदारी और एक-दूसरे को जो महत्व देते हैं, उसकी बात करते हैं. इस संवाद को आगे बढ़ाने के लिए मुझे मॉस्को में आकर बहुत खुशी हो रही है. उन्होंने कहा कि कोविड और व्यापार की कठिनाइयों ने ग्लोबल इकोनॉमी पर भारी असर डाला है; हम अब उसके ऊपर यूक्रेन संघर्ष के परिणाम देख रहे हैं.

अपने राष्ट्रीय हितों को पूरा करने की जवाबदेही: जयशंकर
रूस से तेल खरीदने और पश्चिमी देशों के दबाव को लेकर विदेश मंत्री ने एक बार फिर बेबाकी से जवाब दिया और कहा कि भारत और रूस के बीच पुराना और मजबूत संबंध है. भारत दुनिया के सबसे बड़े तेल उपभोक्ताओं में से एक है. मेरा यहां आना ही इस बात का एक जवाब है. हमें अपने राष्ट्रीय हितों को पूरा करने की जवाबदेही है.

अफगानिस्तान की स्थिति को न भूले दुनिया: जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा कि रूस के साथ हमारे महत्वपूर्ण और समय पर खरे उतरे संबंध हैं. हम इस संबंध का विस्तार करने और इसे और अधिक टिकाऊ बनाने के तरीके खोजने की कोशिश कर रहे हैं. हमने उन क्षेत्रों पर चर्चा की जहां दोनों देशों के बीच स्वाभाविक हित हैं. यह महत्वपूर्ण है कि दुनिया अफगानिस्तान की स्थिति को न भूलें क्योंकि आज उसे वह ध्यान नहीं मिल रहा है जिसका वह हकदार है. वहां मानवीय संकट है. भारत ने भोजन, दवाएं, टीके उपलब्ध कराए हैं और हम अफगान लोगों की सहायता करने के तरीके खोजने की कोशिश कर रहे हैं.


लावरोव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय जिन परिवर्तनों से गुजर रहा है, उसे देखते हुए ये तुलना करना महत्वपूर्ण है कि रूसी राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, तकनीकी क्षेत्र को लेकर जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं, उन पर हम कैसे काम करने जा रहे हैं. हम UNSC जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में अपने कामों का समन्वय करते हैं जहां भारत अब एक अस्थायी सदस्य है. यह सब हमारे एजेंडे को समृद्ध कर रहा है और मुझे विश्वास है कि आज हम इस सब पर अच्छी बातचीत करने जा रहे हैं.

भारत-रूस के स्थिर संबंध रहे हैं: जयशंकर
जयशंकर ने कहा कि आज की हमारी बैठक में हमने हमारे द्विपक्षीय सहयोग की स्थिति का आकलन किया, अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर चर्चा की और इसका हमारे संबंधित हितों पर क्या असर है, इस पर बात हुई. हम चर्चा करेंगे कि हमारे साझा लक्ष्यों को सर्वोत्तम तरीके से कैसे प्राप्त किया जाता है. आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन के हमेशा बने रहने वाले मुद्दे भी हैं जिनका प्रगति और समृद्धि पर नकारात्मक असर होता है. हमारी बातचीत वैश्विक स्थिति के साथ-साथ विशिष्ट क्षेत्रीय चिंताओं को भी संबोधित करेगी. भारत और रूस के बीच असाधारण रूप से स्थिर संबंध रहे हैं.

भारत का पक्ष- कूटनीति से हो यूक्रेन संकट का हल
जब से यूक्रेन संघर्ष शुरू हुआ है, पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ-साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की से कई बार बात की है. 16 सितंबर को समरकंद में पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में मोदी ने उनसे कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है. भारत ने यूक्रेन पर रूस के हमले पर अब तक कहा है कि कूटनीति और बातचीत के माध्यम से संकट का समाधान किया जाना चाहिए.

Share:

Next Post

सलमान खान की Tiger 3 में हुई शाहरुख की एंट्री! भाईजान संग बड़े परदे पर धमाका करेंगे किंग

Tue Nov 8 , 2022
मुंबई: सलमान खान (Salman Khan) और कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) स्टारर फिल्म टाइगर (Tiger) के दोनों पार्ट को ही उनके चाहने वालों ने भरपूर प्यार दिया था. वहीं अब सबकी निगाहें टाइगर 3 (Tiger 3) पर टिकी हैं. पहले ऐसा माना जा रहा था कि ये फिल्म ईद 2023 के मौके पर रिलीज होगी, लेकिन […]