- नए सत्र की नई तैयारी, यूजीसी के निर्देश-इससे तनाव में मुक्ति मिलेगी
उज्जैन। कॉलेजों में पढऩे वाले छात्रों को तनावमुक्त रखने के साथ ही मानसिक और शारीरिक मजबूती के साथ रचनात्मकता से जुडऩे के लिए हर कॉलेज में स्टूडेंट सर्विस सेंटर (एसएससी) बनाए जाएंगे। नए शैक्षणिक सत्र में इसकी शुरुआत करना अनिवार्य है। इसके लिए यूजीसी द्वारा कॉलेजों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं। यूजीसी की ओर से छात्रों के बेहतर भविष्य को लेकर हर बार निर्देश जारी होते हैं। नए शैक्षणिक सत्र 2023 -24 के लिए फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों पर फोकस किया जा रहा है। कॉलेजों को रिसोर्स पर्सन के माध्यम से छात्रों को रचनात्मकता से जुडऩे के लिए प्रारूप तैयार करना होगा। मेंटल हेल्थ से जुड़े टास्क को तैयार करना, छात्र में क्रिएटिविटी बढ़ाने के लिए समसामयिक माहौल और संस्थाओं का जुड़ाव, मोटिवेशन स्पीच, छात्राओं के लिए सेल्फ डिफेंस के कोर्स के साथ स्टूडेंट सपोर्ट सिस्टम को तैयार किया जाएगा। यूजीसी की मंशा के अनुसार कॉलेज कैंपस लाइफ में छात्रों को आत्मविश्वास से लबरेज माहौल मिले। यूजीसी ने यह भी उल्लेख किया है कि छात्रों को बीपी और टेंशन जैसी बीमारियों से छात्रों को दूर रखने के लिए कॉलेजों को अपने स्तर पर नए प्रयोग भी करना चाहिए।
कालेजों को बनाना होगा परस्पर संवाद
छात्रों को मेंटल और फिजिकल रूप से मजबूत बनाने के लिए यूजीसी की ओर से जो निर्देश जारी हुए हैं, उसके अनुसार मनोविज्ञान, शारीरिक शिक्षा, खेल, सामाजिक विज्ञान और समाजशास्त्र के विषय विशेषज्ञों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। इसमें विषय विशेषज्ञ विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर आदि प्रभारी रहेंगे। इसके लिए अलग-अलग कॉलेज अपने मध्य संवाद बनाकर छात्रों की समस्याओं को दूर करने और विषय विशेषज्ञ के साथ सलाह-मशविरा भी करेंगे। Share: