अधिकांश प्राइवेट अस्पतालों के बेड फूल तो अरविंदो-इंडेक्स में खाली
इंदौर। इंदौर में शहर के बाहर से भी कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) केस आते जा रहे हैं, जिसके कारण कोविड अस्पतालों में बेड भरते जा रहे हैं। निजी अस्पतालों (Private Hospitals) में ज्यादा समस्या आ रही है, लेकिन अरबिन्दो ( Aurobindo) और इंडेक्स अस्पताल (Index Hospital) में बेड खाली पड़े हैं। प्रशासन का कहना है कि अभी बाहर से 10 प्रतिशत मरीज आ रहे हैं, लेकिन ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढ़ सकती है।
शहर में कोरोना मरीजों (Corna Patient) की संख्या बढऩे के साथ-साथ अब अस्पतालों में खाली बेड का संकट भी सामने आने लगा है। जिन निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज चल रहा है वहां बेड ही उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। इसके लिए मरीजों के परिजनों को रिकमेंट तक लगाना पड़ती है और उन्हें वेटिंग सूची में रखा जाता है। कुछ अस्पताल तो मरीज की हालत देखकर उन्हें भर्ती कर रहे हैं, वहीं एसिप्टोमेटिक और सामान्य लक्षण वाले मरीजों का होम आइसोलेशन (Isolation) में इलाज किया जा रहा है। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि शहर में कड़े प्रतिबंध इसलिए लागू करना पड़े, क्योंकि अब अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इंदौर में ग्वालियर (Gwalior), बैतूल, छिंदवाड़ा, उज्जैन (Ujjain), खंडवा, रतलाम, नीमच, मंदसौर तक के मरीज आ रहे हैं। फिलहाल इंदौर में भर्ती मरीजों की संख्या के 10 प्रतिशत बाहरी मरीज हैं, लेकिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है और बेड की डिमांड भी बढ़ रही है। इसलिए इंदौर में कड़े प्रतिबंध लागू कर संक्रमण को रोकने की कोशिश की जा रही है। कल क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने भी बेड को लेकर कहा कि अगर बाहर से आने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जाएगी तो इंदौर के मरीजों के लिए बेड की उपलब्धता कम हो जाएगी। इसलिए इंदौर के नागरिकों से अपील है कि वे घर में ही रहें और अनावश्यक बाहर नहीं निकलें। निकलें तो भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करें।
Share: