नई दिल्ली: देश में किसी न किसी मुद्दे पर कभी भी सियासत गरमा जाती है. अब अखंड भारत (United India) को लेकर राजनीति का सिलसिला जारी है. आरएसआर के सर संघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) अखंड भारत के बयान को लेकर नेताओं की टिप्पणी का सामना कर रहे है. शिवसेना प्रमुख संजय राउत (Sanjay Raut) के बाद अब मोहन भागवत के अखंड भारत वाले बयान पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की टिप्पणी आई है, जिसमें उन्होंने मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए यह बात कहीं है.
ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि ‘अखंड भारत’ का निर्माण बीते 8 सालों में क्यों नहीं हुआ? भागवत आने वाले 15 सालों में ‘अखंड भारत’ बनाने की बात क्यों कर रहे हैं. ओवैसी ने पूछा कि RSS प्रमुख किस आधार पर ‘अखंड भारत’ के निर्माण की बात कह रहे हैं. भागवत का कहना है कि सनातन धर्म (eternal religion) ही हिंदू राष्ट्र है. 15 साल में भारत फिर से ‘अखंड भारत’ बनेगा. यह सब हम अपनी आंखों से देखेंगे. RSS प्रमुख ने कहा कि वैसे तो संतों की ओर से ज्योतिष के अनुसार 20 से 25 साल में भारत फिर से अखंड भारत होगा ही. अगर हम सब मिलकर इस कार्य की गति बढ़ाएंगे तो 10 से 15 साल में भारत अखंड भारत बन जाएगा.
RSS चीफ ने कहा कि जो तथाकथित लोग (so called people) सनातन धर्म का विरोध करते हैं, उनका भी उसमें सहयोग है. अगर वह विरोध न करते तो हिंदू जागता नहीं, क्योंकि वह तो सोता रहता है. भारत उठेगा तो धर्म के माध्यम से ही उठेगा. सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि धर्म का प्रयोजन, भारत का प्रयोजन है, धर्म के उत्थान के लिए प्रयास होगा तो ही भारत का उत्थान होगा. इसे रोकने वाले हट जाएंगे, मिट जाएंगे.
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