इस्लामाबाद (Islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) में बुधवार को ईद (Eid celebrations) मनाई गई। इस दौरान बलूच समुदाय (Baloch community) ने देश भर में विरोध प्रदर्शन (Protest) किया। उन्होंने बलूच समुदाय पर हो रहे अत्याचारों और सेना के जुल्म को उजागर करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए। बलूच समुदाय को जबरन गायब किए जाने के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन में महिलाओं और बच्चों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। प्रदर्शन में बलूच न्याय की मांग करता है जैसे कई नारे लगाए गए।
मानवाधिकार उल्लंघन के कारण कई छात्रों पढ़ाई छोड़ दी
बलूच छात्र परिषद, इस्लामाबाद ने पंजाब और इस्लामाबाद (Islamabad) के शैक्षणिक संस्थानों में बलूच छात्रों के जबरन गायब होने, उत्पीड़न और नस्लीय प्रोफाइलिंग के खिलाफ विरोध किया। एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन के कारण कई छात्रों पढ़ाई छोड़ दी। प्रोफाइलिंग के कारण कई लोगों का अपहरण कर लिया गया। हम फिरोज और अहमद खान सहित सभी बलूचों की रिहाई की मांग करता है। हम हर बलूचों की सुरक्षा की मांग करते हैं।
लोग घर पर ईद मना रहे हैं लेकिन बलूच सड़कों पर हैं
प्रमुख बलूच नेता और कार्यकर्ता सम्मी दीन बलूच ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि आज बलूच लापता व्यक्तियों के परिवार, इस्लामाबाद, कराची और बलूचिस्तान में जबरन गायब किए गए पीड़ितों के साथ सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह मानवाधिकार का उल्लंघन है। दुनिया भर में लोग घर पर ईद मना रहे हैं लेकिन हम बलूच अपने दर्द और पीड़ा के कारण सड़कों पर उतरे हैं। पेरिस के एक गैर सरकारी संगठन बलूच वॉयस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि ईद के दिन बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तानी फासीवादी सेना द्वारा जबरन गायब किए गए पीड़ितों की आजादी और सुरक्षा की रिहाई की मांग कर रहे हैं।