कीव। रूस (Russia) द्वारा यूक्रेन (Ukraine) के शहरों में ताजा किए गए हवाई हमलों में तहस नहस हो गया है । कीव में बिजली संयंत्र (power plant) पर हुए मिसाइल हमले में कई लोगों की मौत हो गई। रूसी मिसाइल (Russian missile) के हमलों से कीव सहित कई शहरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
आपको बता दें कि रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच करीब आठ माह से जंग चल रही है। इस युद्ध में जहां युक्रेन बर्बाद हो रहा तो वहीं रूस (Russia) के भी अरूबो डालर खाक हो गए है। दोनों तरफ की सेनाएं आमने सामने होकर मोर्चा संभाले हुए है।
दूसरी तरफ रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमलों को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि ठंड बढ़ने से पहले रूस बुनियादी सुविधाओं पर हमले कर यूक्रेन को अंधेर में धकेलकर शांति वार्ता को असंभव बनाना चाहता है। जेलेंस्की ने रूसी सेनाओं के एक खतरनाक प्लान का भी खुलासा किया है और खेरासन में तत्काल अंतरराष्ट्रीय ऑब्जर्वर भेजने की मांग की है। जेलेंस्की ने आरोप लगाया है कि दक्षिणी यूक्रेन के खेरासन क्षेत्र में मौजूद एक डैम में रूसी सैनिकों ने चारों ओर से बम लगा दिया है। Kakhovka Hydroelectric Power Plant नाम का ये डैम अभी रूसी फौज के कब्जे में है जो कभी भी तोड़ा जा सकता है। इस डैम से बिजली बनाने का काम होता है, लेकिन इस डैम को तबाह करने की साजिश रूसी सेनाएं रच रही है!
गौतरलब है कि क्रीमिया पुल पर हमले के बाद रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर मिसाइल और सुसाइड ड्रोन हमले तेज किए हैं। ऐसे में बहुत सारे मासूम लोगों की जान भी चली गई है। रूस ने राष्ट्रपति जेलेंस्की के दफ्तर को भी निशाना बनाया था। रूस लगातार ज्यादा आक्रामक रुख अपना रहा है। वहीं यूक्रेन भी घुटने टेकने को तैयार नहीं है, पश्चिमी देश उसे रक्षा उपकरण उपलब्ध करवा रहे हैं। ऐसे में आशंका है कि यूक्रेन में स्थिति बिगड़ सकती है।
इस बीच, अमेरिका ने कहा है कि रूस द्वारा यूक्रेन पर ईरान के आत्मघाती कामिकाजे ड्रोन के इस्तेमाल के पर्याप्त साक्ष्य हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने प्रेसवार्ता कर यह दावा किया है। वहीं, यूक्रेन भी ने भी कहा है कि हमले में कामिकाजे ड्रोन बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। ये लक्ष्य पर निशाना लगाते हैं और उसके बाद नष्ट हो जाते हैं। रूस ने ईरानी ड्रोन के इस्तेमाल से इनकार किया है।
Share: