- 65 करोड़ के प्लेन का बीमा नहीं कराने वाले अफसर पर कब होगी कार्रवाई
भोपाल। प्रदेश सरकार (State Government) ने खुद का हवाई जहाज दुर्घटनाग्रस्त (Plane crash) होने अब उड़ान के लिए एक टर्बो जेट विमान (Turbo jet aircraft) किराए पर लिया है। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा (Vivek Tankha) ने विमान के किराए की दर पर सवाल खड़े किए हैं। सरकार से मांग की है कि जनता को यह बताया जाए कि किस कंपनी से कितनी दर पर विमान किराए पर लिया है। साथ ही 65 करोड़ के विमान (Plane) का बीमा नहीं कराने वाले अफसरों पर कार्रवाई नहीं होने पर सवाल उठए हैं। इधर सरकार का जवाब है कि टर्बो प्लेन (Turbo Plane) 1.5 लाख रुपए प्रति घंटे की दर पर किराए पर लिया है। 5 लाख के किराए की जानकारी सही नहीं है।
तन्खा (Tankha) ने आज सुबह ट्वीट पर लिखा कि ‘ आश्यर्च हुआ: सरकार एक टर्बो प्रॉप हवाई जहाज 5 लाख रुपए घंटे के रेट में हायर करेगी। मैंने प्रोफेशनल लाइफ (Professional life) में सैंकड़ों उड़ान की हैं, मगर यह रेट चौंकाने वाला है। महाशय 65 करोड़ का इंश्युरेंश (Insurance) की चूक से संतुष्टि नहीं की अब नई परिस्थति में फायदा भी। उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा कि ‘मप्र सरकार से मेरा आग्रह है कि किन-किन विमान कंपनी ने जहाज के लिए कोटेशन दिए हैं, वह पब्लिक किए जाएं। किसका कोटेशन 5 लाख प्रति घंटे के लिए स्वीकार किया गया है। वह भी पब्लिक किया जाए। अग यह नहीं किया जाता तो मैं मान लूंगा कि दाल में कुछ काला है।Ó
नए विमान के आने तक किराए के विमान में उड़ेगी सरकार
मप्र सरकार ने पिछले साल नवंबर में अमेरिका से 65 करोड़ में अत्याधुनिक विमान खरीदा था। पिछले महीने यह विमान ग्वालियर में रनवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसके बाद से सरकार ने विमान किराए पर लिया है। विमान विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कोरेाना संक्रमण की वजह से निर्माता कंपनी ने अमेरिका से इंजीनियर नहीं भेजे हैं। विमान के सुधरने या फिर नया विमान आने तक सरकार किराए के विमान में ही उड़ेगी। लंबी अवधि के लिए विमान किराए पर लेने के लिए अलग से टेंडर किए जाएंगे।
एक महीने के लिए 1.50 लाख पर लिया विमान
सरकारी जैट ग्वालियर में दुर्घटनाग्रस्त होने पर सरकार ने आपातकालीन उड़ान के लिए 1.50 लाख रुपए प्रति घंटे के किराए पर टर्बो विमान किराए पर लिया है। फिलहाल यह एक महीने के लिए लिया है। जल्द ही लंबी अवधि के लिए जहाज किराए पर लेने के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे। सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि 5 लाख रुपए प्रति घंटे की दर पर विमान किराए पर लेने की जानकारी मीडिया में गलत प्रसारित की जा रही है। जो विमान किराए पर लिया है, वह छोटा है। उसका किराया 1.25 लाख रुपए से 1.50 लाख रुपए प्रति घंटा निर्धारित है। विमान उन्हें कंपनियों से किराए पर लिया गया है, जो विमान विभाग के पास पहले से इम्पैनल्ड हैं।