उज्जैन। महाराष्ट्र (Maharashtra) और केरल सहित देश के अन्य राज्यों में बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona infection) तथा डेल्टा वेरिएंट (Delta variant) के मरीजों की संख्या को देखते हुए अब उज्जैन स्टेशन पर भी रेलवे ने सख्ती बढ़ा दी है। बाहर से आ रहे यात्रियों की स्टेशन पर ही कोरोना जाँच (Corona Test) की जा रही है। ट्रेन रूकते ही यात्रियों को सीधे आरपीएफ (RPF) के जवान जाँच टेबल तक ला रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सावन का महीना शुरु होते ही उज्जैन में बाहरी प्रदेशों के लोगों का आवागमन बढ़ गया है। महाकाल दर्शन तथा सवारी देखने के लिए कोरोना खतरे के बावजूद महाराष्ट्र (Maharashtra), केरल, गुजरात व अन्य राज्यों के लोगों से पिछले 10 दिनों से शहर की छोटी-बड़ी होटलें और धर्मशालाएँ भरी पड़ी हैं। कल भी महाकाल दर्शन के लिए अन्य प्रदेशों के 40 हजार लोग पहुँच गए थे। इनमें से करीब 80 फीसदी यात्री और श्रद्धालु ऐसे हैं जो उन प्रदेशों से आ रहे हैं जहाँ कोरोना की तीसरी लहर शुरु हो गई है। यह लोग यहाँ आकर उज्जैन तथा प्रदेश में संक्रमण न फैलाएं इसलिए रेलवे ने आज सुबह से स्टेशन परिसर में ही निर्गम द्वार के यहाँ चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ की टीम बाहर से आ रहे यात्रियों की कोरोना जाँच कर रही है। आरपीएफ का अमला प्लेटफार्म पर टे्रन के आते ही उससे उतर रहे एक-एक यात्री पर निगरानी रख रहा है तथा सबको जाँच टेबल तक लाया जा रहा है। स्टेशन परिसर में आज सुबह भी बाहर से आए सैकड़ों लोगों की कोरोना जाँच के लिए मौके पर ही सेम्पल लिए जा रहे थे तथा एंटीजन रेपिड टेस्ट (antigen rapid test) के जरिये हाथोंहाथ पता लगाया जा रहा था।