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रिपोर्टः भारत में 108% बढ़ेगी धनी लोगों की संख्या, 5 साल में दोगुने हो जाएंगे करोड़पति

नई दिल्ली (New Delhi)। भारत (India) में करोड़पतियों की संख्या (Millionaires ) पांच साल में दोगुनी (double in five years) हो जाएगी और अरबपतियों की संख्या डेढ़ गुनी हो जाएगी। नाइट फ्रैंक वेल्थ रिपोर्ट (knight frank wealth report) 2023 में दावा किया गया है कि 2027 देश में हाई नेटवर्त इंडिविजुअल्स (एचएनआई) (High Net Worth Individuals (HNI)) की संख्या 16 लाख से अधिक हो जाएगी। यानी ऐसे लोगों की संख्या जिनकी कुल संपत्ति का मूल्य 10 लाख यूएस डॉलर या इससे अधिक है, उनकी संख्या 16 लाख हो जाएगी। 2022 तक देश में ऐसे लोगों की संख्या 7.97 लाख है। रिपोर्ट के अनुसार पांच सालों में धनी लोगों की संख्या 108 फीसदी बढ़ेगी।

अरबपतियों की संख्या भी बढ़ेगी:
रिपोर्ट के अनुसार भारत के अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स, जिनकी कुल संपत्ति 30 मिलियन डॉलर से अधिक है, 2027 तक इनमें 58.4% का इजाफा होगा। 2027 में देश में 19,119 लोग 30 मिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति वाले कैटेगरी में आएंगे। 2022 तक ऐसे लोगों की संख्या देश में 12,069 है। जबकि भारत में अरबपतियों की 2027 तक 161 से 195 हो जाएगी।


पिछले साल दुनियाभर में अमीरों की आबादी घटी थी
2022 में, अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स की वैश्विक आबादी में 3.8% की गिरावट आई थी। जबकि 2021 में 9.3% की वृद्धि दर्ज की गई थी। अमीरों के धन और निवेश पोर्टफोलियो पर आर्थिक मंदी, लगातार दरों में बढ़ोतरी और बढ़ती भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं का प्रभाव पड़ा था। भारत में भी यह स्थिति देखी गई थी। ब्याज दरों में वृद्धि व अन्य कारणों से 2022 में अमीरों की आबादी 2022 में 7.5% की गिरावट दर्ज की गई थी।

मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक से बढ़ रहे अमीर
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, शिशिर बैजल के अनुसार कोर और नॉन-कोर क्षेत्रों में भारत की विकास गतिविधियों ने हाल के दिनों में आर्थिक विकास में तेजी लाने में मदद की है। भारत में वैश्विक विनिर्माण, इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी स्टार्टअप आदि जैसे क्षेत्रों से निकलने वाले नए अवसर आर्थिक गति को बढ़ावा देंगे और देश में धन सृजन में मदद करेंगे, जिससे भारत में धनी व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि होगी।

धनवान व्यक्तियों में शामिल होने का पैमाना देशों के हिसाब से अलग
कंपनी के ‘वेल्थ साइजिंग मॉडल’ पर आधारित अध्ययन के अनुसार, भारत में शीर्ष 1% धनवान व्यक्तियों में शामिल होने के लिए किसी व्यक्ति का आवश्यक कुल नेटवर्थ 1.7 लाख डॉलर होने का अनुमान है। हालांकि देशों के हिसाब से यह पैमाना अलग है। दुनिया के सबसे अधिक अमीर लोग मोनाको में रहते हैं वहां 1% क्लब में शामिल होने के लिए 12.4 मिलियन डॉलर संपत्ति होनी चाहिए। स्विट्ज़रलैंड में 6.6 मिलियन डॉलर तथा सिंगापुर में 3.5 मिलियन डॉलर है।

एशियाई देशों में 5-7 फीसदी बढ़े अमीर
दुनिया भर में टॉप-10 देश जहां अमीरों की आबादी सबसे अधिक बढ़ी है, उनमें तीन एशियाई देश सिंगापुर, मलेशिया और इंडोनेशिया शामिल हैं। यहां धनी आबादी में 5% और 7% की वृद्धि दर्ज की गई। इस क्षेत्र में अगले पांच वर्षों में अमीरों की संख्या करीब 40% की वृद्धि का अनुमान है। 2027 तक एशिया में 210,175 अत्यधिक अमीर लोग होंगे। यूरोप को भी एशिया पीछे छोड़ देगा। अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर एशिया ही रहेगा।

भारत में ऐसे बढ़ी धनी लोगों की संख्या (अनुमान)
हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स(एचएनआई) 2017 में 8,09,666 थी। 2021 में 7,63,674 और 2022 में 7,97,714 हो गई और 2023 में 16,57,272 है।
अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स(यूएचएनआई) 2017 में 11529, 2021 में 13048 और 2022 में 12069 हो गई। 2023 में 19119 है।
2017 में अरबपतियों की संख्या 102 थी वहीं, 2021 में 145 और 2022 में 161 हो गई। 2023 में यह संख्या बढ़कर 195 पर पहुंच गई है।

(स्रोत: नाइट फ्रैंक रिसर्च)

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