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राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड, दुनिया देख रही भारत की ताकत की झलक

नई दिल्ली। राजपथ पर 841 रॉकेट रेजिमेंट की पिनाका मल्टी लॉन्चर रॉकेट सिस्टम की झलक दिखाई गई। इसका नेतृत्व कैप्टन विभोर गुलाटी ने किया। 214 mm पिनाका दुनिया की सबसे एडवांस रॉकेट सिस्टम में शामिल है। कोरोना महामारी के कारण इस बार परेड की दूरी कम कर दी गई है। पहले परेड 8।2 किमी लंबी होती थी। ये विजय चौक से लालकिले तक जाती थी। इस बार 3।3 किमी लंबी होगी। विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी।

400 किलोमीटर की मारक क्षमता रखने वाला ब्रह्मोस मिसाइल देश की आन बान शान का प्रतीक है जिसकी गति ध्वनि की रफ्तार से भी तीन गुणा ज्यादा है। राजपथ पर ब्रम्होस मिसाइल की अगुवाई करने का अवसर सीतामढ़ी के एक छोटे से गांव तलखापुर का रहने वाल मोहम्मद कमरूल जमन को मिला है। ब्रम्होस मिसाइल भारतीय सेना का वह अचूक शस्त्र है जो धरती से धरती (Land to Land missile) पर मारक क्षमता रखता है।

यह तीसरा मौका है जब किसी अन्य देश की सैन्य टुकड़ी यहां गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा ले रही है। इससे पहले 2016 में फ्रांस और 2017 में सुयक्त अरब अमीरात की सैन्य टुकड़ी ने हिस्सा लिया था। राजपथ में परेड में बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी हिस्सा लिया। इस टुकड़ी में बांग्लादेश के 122 जवान शामिल हैं। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के पचास साल पूरे होने पर बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी परेड में शामिल हुई है। राजपथ पर परेड शुरू हो गई है, परेड की कमांड जनरल ऑफिसर कमांडिंग दिल्ली एरिया लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा के हाथ में है। उनके साथ परेड के सेकेंड इन कमान अधिकारी मेजर जनरल आलोक कक्कड़ हैं।

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