मुंबई: पिछले महीने त्रिपुरा में हुई हिंसा (Tripura Violence) की आग अभी शांत होती दिखाई नहीं दे रही है. महाराष्ट्र (Maharashtra) के अमरावती (Amravati), नांदेड़ (Nanded) और मालेगांव (Malegaon) में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों (Muslim organizations) के विरोध प्रदर्शन के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है.
बता दें कि शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों ने प्रदर्शन के बाद आज हिंदू संगठनों (Hindu organizations) ने बंद बुलाया था. इस दौरान दुकानों पर पथराव किया गया और प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस ने हिंसक विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर शहर में कर्फ्यू लगा दिया है. वहीं पांच जिलों में हुई रैलियों में पथराव की घटना के संबंध में कम से कम 20 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के अमरावती शहर में शनिवार को एक हिंदू संगठन द्वारा आयोजित बंद के दौरान भीड़ ने विभिन्न स्थानों पर पथराव किया और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा. यह घटना त्रिपुरा की सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में अमरावती शहर में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित रैलियों के दौरान हुई पथराव की घटनाओं के खिलाफ एक हिंदू संगठन के बंद के दौरान हुई.
राज्य की राजधानी से लगभग 670 किलोमीटर दूर स्थित पूर्वी महाराष्ट्र के इस शहर के राजकमल चौक इलाके में सैकड़ों लोग नारे लगाते हुए सड़कों पर निकल आए. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भीड़ के कुछ सदस्यों ने राजकमल चौक इलाके तथा कुछ अन्य जगहों पर दुकानों पर पथराव किया और उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया था कि आठ हजार से अधिक लोग अमरावती जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर एक ज्ञापन सौंपने के लिए जमा हुए थे, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग की गई थी. जब लोग ज्ञापन सौंपकर निकल रहे थे तो कोतवाली थाना क्षेत्र के चित्रा चौक और कॉटन बाजार के बीच तीन स्थानों पर पथराव हुआ. कोतवाली पुलिस ने अब तक दंगा समेत विभिन्न आरोपों में 11 प्राथमिकी दर्ज की है. एक अधिकारी ने बताया कि दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने एक बयान में कहा था कि त्रिपुरा में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा के खिलाफ राज्य में निकाले गए विरोध मार्च ने कुछ जगहों पर हिंसक रूप ले लिया लेकिन स्थिति नियंत्रण में है. वहीं मुस्लिम संगठन रजा अकादमी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें त्रिपुरा में हिंसा से प्रभावित लोगों को मुआवजा दिए जाने और क्षतिग्रस्त मस्जिदों के पुनर्निर्माण की मांग की गई.
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