वाशिंगटन। अमरीका (USA) स्थित रूसी दूतावास (Russian Embassy) ने वाशिंगटन (Washington) से पत्रकारों के लिए कहा है कि यूक्रेन (Ukraine) पर मंडरा रहे कथित रूसी आक्रमण (Russian invasio) को लेकर जारी सैन्यवादी रोष को हवा देने की बजाय यूक्रेनी के आंतरिक संघर्ष के राजनयिक समाधान पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया है। दूतावास ने कहा कि यह स्पष्ट है कि रूस विरोधी उन्माद का अमरीका में घूमने वाला पहिया अमरीकी सहयोगियों को चीजों को निष्पक्ष रूप से देखने की अनुमति नहीं देता है। इसी वजह से रूसी हमले की अनिवार्यता के बारे में आत्म-सम्मोहन की स्थिति बनी हुई है।
रूसी राजनयिक मिशन ने कहा कि हम अमरीकी विदेश विभाग से पत्रकारों के सैन्यवादी रोष को बढ़ावा देना बंद करने और यूक्रेनी के आंतरिक संघर्ष के राजनयिक समाधान के महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह करते हैं। दूसरी ओर रूस ने देश में अमेरिकी मिशन के उप प्रमुख बार्ट गोर्मन को देश से निष्कासित कर दिया है। रूस ने उन्हें तुरंत देश छोड़ने के निर्देश दिए हैं। माना जा रहा है कि रूस-यूक्रेन तनाव के बीच उनकी भूमिका को लेकर रूस खुश नहीं था। अमेरिका ने चेतावनी देते हुए कहा है कि वह रूस के इस कदम का करारा जवाब देगा।
रूस के इस कदम के बाद दोनों देशों के बीच तकरार और ज्यादा बढ़ गई है। रूस की इस कार्रवाइ पर अमेरिका ने काफी नाराजगी जताई है। उप राजदूत के निष्कासन पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मास्कों में अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि, वाशिंगटन इस कदम को अनुचित मानता है क्योंकि उसके अधिकारी के पास रूस का तीन साल का वीजा था। अमेरिकी दूतावास ने यह भी कहा कि बार्ट गोर्मन को रूस में तैनात हुए तीन साल से अधिक का समय नहीं हुआ है। अमेरिका ने कहा है कि वह रूस के इस कदम का करारा जवाब देगा।
रूस-यूक्रेन सीमा पर तनाव के बीच अमेरिका और रूस दोनों देशों में अपने-अपने राजनयिकों की उपस्थिति को लेकर उलझे हुए हैं। मास्को ने दिसंबर में कहा था कि अमेरिकी दूतावास के कर्मचारी जो तीन साल से अधिक समय से इस पद पर हैं, उन्हें अपने देश वापस लौट जाना चाहिए। विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, हम रूस से अमेरिकी राजनयिकों और कर्मचारियों के आधारहीन निष्कासन को समाप्त करने और अपने मिशन के पुनर्निर्माण के लिए उत्पादक रूप से काम करने का आह्वान करते हैं। वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यूएनएससी की बैठक में कहा कि कूटनीति ही रूस-यूक्रेन संकट का एकमात्र हल है। उन्होंने कहा कि यह संकट इस परिषद के हर एक सदस्य और दुनिया के सभी देशों को प्रभावित कर रहा है।
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