विदेश

रूस करने वाला है यूक्रेन पर हमला, US और ब्रिटेन ने कही ये बात; जानें क्या है स्थिति


ब्रसेल्स: पूर्वी यूरोप में शीत युद्ध का भय शुक्रवार को उस समय फिर बढ़ गया, जब रूसी सैन्य बलों ने यूक्रेन के निकट सैन्य अभ्यास किया और अमेरिका ने यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका को लेकर अपनी चेतावनियों को बढ़ा दिया. इस बीच, राजनयिक और सरकारी नेता युद्ध को टालने की कोशिश में लगे हुए हैं. इसके लिए वो संघर्ष करते दिख रहे हैं.

कीव में अपने दूतावास खाली कर रहा अमेरिका
व्हाइट हाउस ने कहा है कि वो अब भी ये नहीं जानता कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हमले का फैसला कर लिया है या नहीं, लेकिन उन्होंने कहा कि पुतिन ने ऐसा करने के लिए आवश्यक सभी साधन इकठ्ठा कर लिए हैं. अमेरिका कीव में अपने दूतावास खाली करने की तैयारी कर रहा है और उसने यूक्रेन में रह रहे अमेरिकियों से आगामी 48 घंटे में देश छोड़ देने को कहा है.

यूक्रेन में रह रहे अमेरिकी नागरिकों को देश छोड़ने के निर्देश
कई विशलेषकों का मानना है कि 20 फरवरी को चीन में चल रहे शीतकालीन ओलंपिक समाप्त होने तक हमले की आशंका नहीं है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने यूक्रेन में रह रहे सभी अमेरिकी नागरिकों को सचेत किया था कि वे जल्द से जल्द वहां से निकल जाएं. उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यू्क्रेन पर हमले का आदेश कभी भी दे सकते हैं.

इन दिन हो सकता है यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध
एक अमेरिकी अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि अमेरिका को खुफिया जानकारी मिली है कि रूस ने युद्ध की तारीख के रूप में बुधवार का दिन तय किया है. पेंटागन ने शुक्रवार को घोषणा की कि अमेरिका नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) सहयोगियों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाने और यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंका के मद्देनजर पोलैंड में पहले से मौजूद 1,700 सैनिकों के अलावा, वहां 3,000 अतिरिक्त सैनिकों को भेज रहा है.


बाइडन और पुतिन करेंगे फोन पर बात
व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडन और पुतिन संकट को लेकर शनिवार को फोन पर वार्ता करेंगे. रोमानिया के कॉन्स्टांटा स्थित काला सागर बंदरगाह में अमेरिका भारी सैन्य सामग्री तैनात कर रहा है, जो इस बात का संकेत है कि अमेरिका वहां सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहा है. इसके अलावा 1,000 और सैनिक वहां एयरबेस में पहुंच रहे हैं. सामरिक रूप से महत्वपूर्ण काले सागर में रूस, यूक्रन और तीन नाटो सहयोगियों के सैन्य बेस हैं.

काला सागर क्षेत्र में रूस ने तैनात किए कई युद्धपोत
नाटो महासचिव जेन्य स्टोलटेनबर्ग ने कॉन्स्टांटा में कहा कि ‘यहां काला सागर क्षेत्र के लेकर बाल्टिक तक सहयोगी इस अहम समय में नाटो की मौजूदगी बढ़ा रहे हैं.’ रूस के बाल्टिक और नदर्न बेड़े के युद्धपोत काला सागर में क्रीमिया प्रायद्वीप पर सेवस्तोपोल खाड़ी में पहुंचे. इस प्रायद्वीप पर रूस ने 2014 में कब्जा किया था. काला सागर बेड़े में पहले से ही रूस के इस प्रकार के कई पोत तैनात हैं. मास्को ने आने वाले दिनों में काला सागर और आजोव सागर में व्यापक अभ्यास करने की घोषणा की है. यूक्रेन की उत्तरी सीमा के पास रूस और उसका सहयोगी बेलारूस 10 दिवसीय युद्धाभ्यास शुरू कर रहे हैं.

‘यूक्रेन पर हमला करने का इरादा नहीं’
यूक्रेन संकट से निपटने के लिए यूरोप के नेताओं ने पिछले कई सप्ताह में राजनयिक स्तर की कई वार्ताएं की, लेकिन उनका परिणाम कुछ खास नहीं रहा. मास्को से शुक्रवार को एक थोड़ी सकारात्मक खबर ये आई कि ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा कि उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु से वार्ता की. उन्होंने कहा कि ‘मुझे रूस सरकार ने स्पष्ट बताया कि उनका यूक्रेन पर हमला करने का इरादा नहीं है.’

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