सागर। सभी पार्षद अपने वार्डों में 26 नवंबर सागर गौरव दिवस आयोजन की समिति बना कर गणमान्य नागरिकों को समिति से जोड़ें। आज से ही आमंत्रण पत्र और पीले चावल लेकर वार्ड में घर-घर दस्तक देकर सागर वासियों को कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण दें। साथ ही अपने घरों में 25 व 26 नबंवर की शाम से ही दीपोत्सव, रंगोली और सीरीज आदि लगा कर सजावट करने की अपील करें। यह मार्गदर्शन देते हुए नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह (Housing Minister Bhupendra Singh) ने भाजपा कार्यालय में आयोजित भाजपा पार्षद दल की बैठक में बताया कि 26 नवंबर के मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान मुख्य अतिथि होंगे और विविध कार्यक्रमों के अलावा बॉलीवुड के प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर उदित नारायण (Udit Narayan) और उनकी आर्केस्ट्रा टीम अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देगी।
मंत्री सिंह ने भाजपा पार्षद दल और बड़ी संख्या में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी पार्षदों को एक-एक हजार आमंत्रण पत्र वार्ड में वितरण के लिए दिए गए हैं। आमंत्रण पत्रों में डॉ. गौर साहब का जीवन वृत और योगदान का विवरण भी प्रकाशित है, ताकि आज की पीढ़ी जान सके कि आधुनिक युग में देश के सबसे बड़े दानी और महान आत्मा ने सागर में जन्म लिया था। मंत्री सिंह ने कहा कि बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की स्थापना में पं मदनमोहन मालवीय ने देश भर से सहयोग लिया था लेकिन डॉ. हरी सिंह गौर ने तो सन् 1946 में सिर्फ अपनी कमाई हुई संपत्ति और विद्वत्ता से सागर में यूनीवर्सिटी बना कर ऐसी संस्था खड़ी की जिसकी तुलना के संस्थान पांच छह ही थे। वे चाहते तो नागपुर, दिल्ली में भी यूनिवर्सिटी बना सकते थे लेकिन उन्होंने इस गरीब पिछड़े बीड़ी मजदूरों के इलाके बुंदेलखंड के सागर को चुना। क्योंकि उन्हें अपनी जन्मभूमि के प्रति कर्तव्य बोध का अहसास था।
मंत्री सिंह ने पार्षदों को बताया कि मुख्यमंत्री ने डॉ. गौर की जयंती पर आयोजित सागर गौरव दिवस कार्यक्रम को एतिहासिक बनाने की इच्छा जताई है और वे स्वयं इस आयोजन में तीन घंटे से अधिक रुकेंगे। उनके समक्ष भी उदित नारायण और पद्मश्री रामसहाय पांडे की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। मुख्यमंत्री का निर्देश हैं कि डॉ. गौर की जयंती पर आयोजित सागर गौरव दिवस के समारोह गैर राजनैतिक हैं इसलिए सभी दलों और विचारधाराओं के लोगों की सहभागिता रहें। मंच पर भी सर्वदलीय लोग उपस्थित रहेंगे। वार्डों की आयोजन समितियों में भी सभी दलों के लोग शामिल हों। मुख्य आयोजन समिति में कांग्रेस के लोगों को भी रखा गया था। उनमें से सिर्फ एक दो लोग ही बैठकों में आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व अन्य सभी दलों के प्रतिनिधियों को इस आयोजन के लिए बड़ा हृदय दिखाना चाहिए क्योंकि अराजनैतिक आयोजन की यह परंपरा सदैव के लिए डाली जा रही है।
श्रद्धा-समर्पण दिखाने का मौका
इस अवसर पर सांसद राजबहादुर सिंह ने कहा कि सागर वासियों को वह मौका भी मिल रहा है जब हम डॉ. गौर के प्रति पूरे नगर की श्रद्धा और समर्पण दिखा कर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह सिंह के समक्ष यह मांग रख सकते हैं कि वे डा गौर को भारत रत्न देने और मकरोनिया ओवर ब्रिज का नाम डॉ. हरी सिंह गौर के नाम पर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत सरकार के समक्ष सरकार के स्तर पर प्रस्ताव रखें।
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