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पाकिस्तान में और बिगड़ सकते हैं हालात, सैकड़ों स्वास्थ्य केंद्र हुए तबाह

इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) का एक तिहाई हिस्सा बाढ़ की चपेट में है और वह इतिहास की सबसे भीषण बाढ़ (Flood) का सामना कर रहा है. हालात ये हैं क‍ि यहां कई स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं. पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से लोगों को सही तरह से चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पाने की वजह से बीमारियां तेजी से फैल रही हैं. इसी बीच ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ (WHO) ने भी पाकिस्तान को आगाह किया है कि पाकिस्तान के हालात को देखते हुए वहां और भी ज्यादा मानवीय स्थिति खराब होने की आशंका है.

एक तरफ पाकिस्तान के लिए राहत की बात यह है कि कई देश इस संकट में पाकिस्तान की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं. हाल ही में जापान ने पाकिस्तान को 70 लाख डॉलर की आपातकालीन मदद करने का वादा किया है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने दुबई से विशाल स्तर पर हवाई अभियान शुरू किया है और पाकिस्तान की मदद के लिए आगे आया है. साथ ही कई देशों ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. पाकिस्तान में मूसलाधार मॉनसूनी बारिश और जलवायु के परिवर्तन की वजह से पाकिस्तान में 3.3 करोड़ से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए है.


डब्ल्यूएचओ ने बताया कि बाढ़ की वजह से 1460 से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों को नुकसान पहुंचा है. साथ ही 432 ऐसे स्वास्थ्य केंद्र हैं, जो पूरी तरह से नष्ट हो गए है. नष्ट हुए स्वास्थ्य केंद्र ज्यादातर सिंध में है. डब्ल्यूएचओ और उनके सहयोगियों के द्वारा 4500 से अधिक चिकित्सा शिविरों को स्थापित किया गया है, जिससे जो बाढ़ से प्रभावित मरीज है उन्हें जल्द से जल्द इलाज मिल सके. वही मलेरिया, डेंगू, हेपेटाइटिस और चिकनगुनिया के लिए 2300 से अधिक रैपिड टेस्ट किट वितरण की गई है.

इसी बीच संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) ने पाकिस्तान में भारी बारिश और भयंकर बाढ़ की वजह से चपेट में आए पीड़ितों तक मानवीय राहत पहुंचाने के लिये, दुबई से विशाल स्तर पर हवाई अभियान शुरू किया है और सड़क मार्ग से भी राहत सामग्री की खेप रवाना की गई है. इसके ज़रिये दक्षिणी सिन्ध प्रान्त के सर्वाधिक प्रभावित लरकाना और सुक्कुर स्थानों में विस्थापितों तक अति-आवश्यक सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी.

राहत वितरण के लिए 9 उड़ानों का प्रबंध किया है जिनमें से 3 उड़ान 3 उड़ान पहले ही सोमवार को पाकिस्तान पहुँच चुकी है. विमानों के ज़रिये 40 हज़ार बिस्तर, 15 हज़ार रसोई सामान के किटें और पांच हज़ार से अधिक तिरपाल समेत अन्य सामान मुहैया कराए जाएंगे.इसके अलावा छह अन्य उड़ानें बुधवार और गुरूवार को दुबई भेजे जाने का कार्यक्रम है. यूएन एजेंसी ने 11 हज़ार परिवारों की मदद के लिये टैण्ट व अन्य सामान उज़बेकिस्तान से सड़क मार्ग से रवाना किये हैं.

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