इस साल अब तक 30 रिश्वत खोर रंगेहाथों पकड़ाए
इंदौर। सरकारी विभागों (Government Departments) में भ्रष्टाचार (Corruption) किस हद तक फैला हुआ है इसका प्रमाण है इस साल के लोकायुक्त ( Lokayukta) के आंकड़े। इस साल अब तक लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) ने 30 लोगों को रिश्वत (Bribery) लेते रंगेहाथों पकड़ा है, जो पिछले साल से अधिक हैं।
कल लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) की टीम ने बड़वानी (Barwani) के अंजड़ में पौधों का बिल पास करने के नाम पर पांच हजार की रिश्वत लेते प्राचार्य (Principal) डॉ. सुनील मोरे और उसके बाबू दिनेश बड़ोले को रंगेहाथों पकड़ा। इसको मिलाकर लोकायुक्त पुलिस इस साल 30 से अधिक लोगों को रिश्वत लेते पकड़ चुकी है। इनमें आधा दर्जन महिलाएं भी पकड़ाई हैं। इनमें पुलिस (Police), पंचायत (Panchayat), पटवारी, नगर निगम , नगर पालिका (Municipality), जिला पंचायत, पंचायत सचिव, पीडब्ल्यूडी के अलावा लगभग सभी विभागों के अफसर (Officer) और कर्मचारी (Employee) शामिल हैं। यह बताता है कि हर विभाग में भ्रष्टाचार (Corruption) फैला हुआ है। बिना लेन-देन के काम नहीं होते हैं। वहीं आधा दर्जन लोगों के यहां छापे (Raid) की कार्रवाई हो चुकी है। उनकी करोड़ों की आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हो चुका है। इसके अलावा लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) ने भी इस साल दो ट्रैप और एक छापे (Raid) की कार्रवाई की है। छापे (Raid) में एमी एग्रो के प्रबंधक के लॉकर अभी खुलना बाकी हैं, जिनमें लाखों का सोना और कैश मिलने की उम्मीद है। पिछले साल लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) ने 26 भ्रष्ट अफसरों को ट्रैप किया था, जो इस साल से कम हैं। पिछले साल कोरोना (Corona) के चलते कम कार्रवाई हुई थी, लेकिन इस साल टीम ने अच्छी कार्रवाई की है। अब भी साल का आखिरी महीना चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि यह आंकड़ा 35 तक पहुंच सकता है।
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