नई दिल्ली । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) की महाराष्ट्र इकाई(Maharashtra Unit) के अध्यक्ष जयंत पाटिल(Jayant Patil, President) ने मंगलवार को पार्टी प्रमुख शरद पवार (party chief Sharad Pawar)की मौजूदगी में पद से इस्तीफा देने के संकेत दिए। यह घोषणा एनसीपी के दो गुटों के बीच संभावित विलय और स्थानीय निकायों के चुनावों की अटकलों के बीच की गई है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 26वें स्थापना दिवस पर पुणे के बालगंधर्व सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में पाटिल ने कहा कि नए चेहरों को मौका देना जरूरी है। राकांपा के संस्थापक शरद पवार भी मंच पर मौजूद थे।
पाटिल ने कहा, ‘‘पवार साहब ने मुझे बहुत सारे अवसर दिए। मुझे सात साल के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन अब पार्टी के लिए नए चेहरों को मौका देना महत्वपूर्ण है।’’ उनके इस फैसले का पार्टी कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध किया।
कार्यकर्ताओं की पद पर बने रहने की भावनात्मक अपील के बीच पाटिल ने भावुक स्वर में कार्यकर्ताओं से शांत रहने का अनुरोध किया। पाटिल ने अपना भाषण समाप्त करते हुए कहा, ‘‘यह पार्टी पवार साहब की है इसलिए उन्हें उचित निर्णय लेना चाहिए। मैं पवार साहब और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं।’’
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि जयंत पाटिल के प्रस्ताव पर निर्णय लेने से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच चर्चा और विचार-विमर्श किया जाएगा।
पवार ने कहा, “जयंत पाटिल ने मुझसे इच्छा जताई है कि नए चेहरों को मौका मिलना चाहिए। आपको और मुझे उनके साथ खड़ा होना चाहिए। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि हम उनके और पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे और सामूहिक निर्णय लिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि पार्टी को जयंत पाटिल पर निर्णय लेते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर जिले में नए चेहरों को अवसर मिले।
घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राकांपा (सपा) विधायक रोहित पवार ने कहा कि राज्य इकाई के प्रमुख की कमान किसी ऐसे व्यक्ति को सौंपी जानी चाहिए जो कई वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रहा हो और जिसकी पृष्ठभूमि साधारण हो।
शरद पवार द्वारा स्थापित राकांपा जुलाई 2023 में तब विभाजित हो गई थी जब उनके भतीजे अजित पवार तत्कालीन शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में शामिल हो गए थे।
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