बेरोजगार हुए मजदूर सालों से माँग रहे अपने हक का पैसा-सरायों में दिहाड़ी के लिए छुट्टी के दिन भी मजदूरों की भीड़ उज्जैन । तीन दशक पहले तक उज्जैन में कई कपड़ा मिलें थी जिनमें 15 हजार से ज्यादा मिल मजदूर दिन रात काम करते थे और मिलों की चिमनियों से चौबीस घंटे धुआं उठता […]