खरी-खरी

हसरतें कुछ पाने की नहीं… खुद को बचाने की हैं…

बहुत मुश्किल होता है अपना घर छोडऩा..और किसी के ठसाठस भरे घर में खुद के लिए जगह ढूंढना… पता होता है कि घूरती आंखें उन्हें परायेपन का एहसास कराएगी… हिकारत भरी नजरें जब उनका दिल दुखाएगी, तब अपने घर की बहुत याद आएगी… जिस घर में वर्षों बिताए… जिस दल में कई अपने बनाए… जिस […]