खरी-खरी

मोदीजी की पाठशाला…जो हर फिक्र को धुएं में उड़ाता चला गया… वो अपना आसमान खुद बनाता चला गया

दो दिन तक संसद में राहुल गांधी गुर्राए…अडानी के नाम पर चीखे-चिल्लाए…आरोप पर आरोप लगाए…मोदी अडानी के समीकरण बताए…जहां-जहां मोदी गए, वहां-वहां अडानी ने अनुबंध पाए…चंद सालों में अरबपतियों में शुमार होने की सरकारी मदद के किस्से सुनाए… लगा था प्रधानमंत्री आएंगे… अडानी पर साफगोई जताएंगे…लेकिन राजनीति के मंजे धुरंधर कूटनीति के चाणक्य…सोच से परे […]