खरी-खरी

जो है बिकाऊ कैसे बनेंगे जिताऊ

क्रिकेट को बाजार बनाओगे…खिलाडिय़ों की खुलेआम बोलियां लगवाओगे… क्रिकेटरों को खरीदने-बेचने लग जाओगे…जांबाज खिलाडिय़ों को मैदानों में सड़ाओगे और देश के लिए थकाऊ और बिकाऊ खिलाडिय़ों को खिलाओगे तो जीत कैसे पाओगे…यह विश्वासघात ही नहीं, क्रिकेट प्रेमियों पर आघात भी है… हमने अपने पारंपरिक खेल फुटबॉल, बेसबॉल, खो-खो, कबड्डी सभी को तो खो दिया…केवल एक […]