ब्‍लॉगर

शिक्षकों के सामने ‘नया भारत’ बनाने की चुनौती

प्रो. संजय द्विवेदी शिक्षक मनुष्य का निर्माता है। एक शिक्षक की भूमिका बच्चों को साक्षर करने से ही खत्म नहीं हो जाती बल्कि वह अपने छात्रों में आत्मबल, आदर्श, नैतिक बल, सच्चाई, ईमानदारी, लगन और मेहनत की वह मशाल भी जलाता है जो उसे पूर्ण मनुष्य बनाते हैं।- सर जान एडम्स   जब हर रिश्ते […]