मक़तबे इश्क़ का निराला है उसूल उसको छुट्टी न मिली जिसे सबक याद हुआ। अख़बारी दुनिया मे पत्रकारों को छुट्टियों के बड़े टोटे होते हैं साब। हफ़्ते में एक वीक ऑफ भी कई दफे केंसिल हो जाया करता है। विधान सभा और लोकसभा चुनावों में तो ये हफ्तेवार छुट्टी भी नहीं मिलती। ये तो हुई […]