आज खां आपकी मुलाकात कराते हैं महेश परिमल साब से। 42 बरस हो गए इन्हें सहाफत के पेशे में। आज 65 बरस के हैं। एक्टिव जर्नलिज़्म तो अब छूट गया है। बाकी मुल्क भर के रोजऩामचों (अखबारों) में लिखते रहते हैं। हिंदी और हिंदुस्तानी ज़बान के लपक जानकार महेश परिमल इन शुस्ता (साफ) ज़बानों के […]