उज्जैन। कोठी रोड स्थित विक्रम वाटिका परिसर में स्मार्ट सिटी कंपनी मयूर वन प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। यह प्रोजेक्ट दो साल पहले पूरा होना था लेकिन कोरोना के कारण पहले चरण के काम पिछड़ गए थे। अब यहाँ चल रहे कई काम पूरे होने के करीब आ गए हैं। मयूर वन में बच्चों के मनोरंजन के साधन और ओपन एरिया भी बनाया जा रहा है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत विक्रम वाटिका में शहरवासियों को मयूर वन की सौगात आज से दो साल पहले फरवरी 2020 के अंत तक मिलने का टारगेट रखा गया था लेकिन कोरोना के कारण यह प्रोजेक्ट पिछड़ गया था। उस दौरान प्रस्तावित कार्यों को मूर्त रूप देने के लिए विक्रम वाटिका में पूर्व से मौजूद प्राकृतिक जल स्त्रोत तालाब के कारण भी परेशानियाँ आई थी। मयूर वन प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों के लिए इस तालाब को खाली कराया गया था और फिर निर्माण शुरु हुए थे।
प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के अनुसार करीब 2.26 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला यह पार्क शहर के सबसे सुंदर बगीचों में से एक होगा। यहाँ राष्ट्रीय पक्षी मोर के संरक्षण व उन्हें आदर्श वातावरण उपलब्ध कराया जाएगा। कोरोना महामारी तथा अन्य कारणों के चलते दो साल में 6 माह पहले तक यहाँ 50 फीसदी कार्य ही पूर्ण हो पाए थे लेकिन अब काम में तेजी आ गई है। ऐसे में प्रोजेक्ट पूरा होने में अब भी कुछ महीने और लगने की संभावना है। योजना के मुताबिक पार्क में मौर को अनुकूल वातावरण देने के साथ ही यहाँ आने वालों को आनंद पहुँचाने के लिए कई सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही इसमें एक भूल भूलैया भी बनाई जा रही है जो लोगों को रोमांचित करेगी। इसके अतिरिक्त बच्चों के लिए प्रथक से किड जोन बनेगा। यह भूल भुलैया के पास बनेगा जहां फीसलपट्टी, झूले-चकरी आदि रहेंगे। जगह-जगह बैठक व्यवस्था रहेगी। खास बात यह कि वॉल बाउंड्री में ही बैठक के लिए प्रथक से स्थान दिए गए हैं। बीच में प्लाजा स्थल रहेगा। यहां आकर्षक फव्वारा व आसपास बैठक व्यवस्था रहेगी। प्लाजा के नजदीक बेडमिंटन व खोखो के दो-दो कोट बनेंगे। यहाँ आने वाले इनका आनंद ले सकेंगे। तालाब के नजदीक इंटरपीटिशन सेंटर बनेगा। इसमें पौधों की जानकारी दी जाएगी। भूलभुलैया के नजदीक जनसुविधा के लिए टॉयलेट ब्लॉक बनाए जाएँगे। तालाब का सौंदर्यीकरण करने के साथ ही इसके आसपास पाथ-वे बैठक सुविधा रहेगी।
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