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असम-बंगाल में दूसरे फेज की वोटिंग, ममता समेत इन कैंडिडेट्स की साख दांव पर

दिसपुर/कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal Assembly Election 2021) और असम (Assam Bengal Assembly Election 2021) में विधानसभा चुनाव के तहत गुरुवार को दूसरे चरण का मतदान जारी है। बंगाल की 30 और असम की 39 सीटों पर सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक चलेगा। इस चरण में कुछ ऐसी सीटें हैं जहां सबकी निगाहें टिकी हुई है।
बात पश्चिम बंगाल की करें तो यहां नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र काफी चर्चा में है। यहां सीएम ममता बनर्जी अपने ही पूर्व सहयोगी शुवेंदु अधिकारी के खिलाफ मैदान में हैं। शुवेंदु, ममता सरकार में काबीना मंत्री थे और चुनावों के ऐलान से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। हाल ही में पूरा अधिकारी परिवार भाजपा में शामिल हुआ। अधिकारी ने कहा है कि अगर वह 50,000 से कम वोटों से ममता को नहीं हरा पाएंगे तो राजनीति छोड़ देंगे।

वहीं वाम-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन ने नंदीग्राम सीट से माकपा की मीनाक्षी मुखर्जी को टिकट दिया है। इस सीट पर अपनी पार्टी की खोई जमीन को वापस हासिल करना उनके लिए चुनौती है। इसके साथ ही तृणमूल ने सबांग सीट से राज्यसभा सदस्य मानस भुइयां को उतारा है। वह तृणमूल से भाजपा में गए अमूल्य मैती के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। बांकुड़ा सीट से तृणमूल ने बंगाली फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री सयंतिका बनर्जी को टिकट दिया है। वह भाजपा के नीलाद्री शेखर डाना और संजुक्त मोर्चा की राधा रानी बनर्जी के खिलाफ मैदान में हैं।

मोयना सीट से बीजेपी ने अशोक डिंडा मैदान में
डेब्रा सीट से दो पूर्व आईपीएस अधिकारी एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं। भाजपा की भारती घोष तृणमूल के हुमांयू कबीर को चुनौती दो रही हैं। दोनों ने सक्रिय राजनीति में आने के लिए पुलिस विभाग के वरिष्ठ पदों से इस्तीफा दिया है। राज्य की मोयना सीट से बीजेपी ने अशोक डिंडा को टिकट दिया है वहीं टीएमसी ने संग्राम डोलाई को मैदान में उतारा है।

इसके साथ ही खड़गपुर सदर से बीजेपी के हिरन चटर्जी और टीएमसी के प्रदीप सरकार के बीच लड़ाई है। वहीं चडीपुर सीट से टीएमसी के सोहम चक्रवर्ती औऱ बीजेपी के पुलक कांति गुरिया के बीच लड़ाई है। राज्य की जिन 30 सीटों पर गुरुवार को मतदान हो रहे हैं, उस पर साल 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल ने 23 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि पांच पर वाम मोर्चा के उम्मीदवार जीते थे और एक-एक सीट कांग्रेस एवं भाजपा के खाते में गई थी।

दूसरी ओर असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में गुरुवार को 39 सीटों पर होने जा रहे मतदान में पांच मंत्रियों, (विधानसभा) उपाध्यक्ष और कुछ अहम विपक्षी नेताओं के राजनीतिक तकदीर का फैसला होगा। इस चरण में 26 महिलाओं समेत 345 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिसके लिए गुरुवार को सुबह सात बजे से लेकर शाम छह बजे तक कड़ी सुरक्षा एवं कोविड-19 के दिशानिर्देशों के कड़े अनुपालन के बीच वोट डाले जायेंगे।

असम में भाजपा 34 सीटों पर ताल ठोक रही
इस चरण में सत्तारूढ़ भाजपा 34 सीटों पर ताल ठोक रही है जबकि उसकी सहयोगी पार्टियां असम गण परिषद(अगप) एवं यूनाईटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) क्रमश: छह और तीन सीटों पर जोर-आजमाइश कर रही हैं। हालांकि पाठरकांडी और अल्गापुर में भाजपा और अगप के बीच दोस्ताना मुकाबला है। माजबात और कलैगांव में भी भाजपा और यूपीपीएल के बीच दोस्ताना संघर्ष है। महागठबंधन से जुड़ी कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि एआईयूडीएफ सात एवं बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) चार सीटों पर विरोधी दलों से दो दो हाथ करेंगी।

नवगठित असम जातिया परिषद (एजेपी) 19 सीटों पर चुनाव मैदान में है। इस चरण में 25 सीटों पर राजग और महागठबंधन में सीधा मुकाबला है जबकि बाकी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है। भाजपा मंत्री परिमल सुक्लावैद्य का धोलाई में कांग्रेस प्रत्याशी कामाख्या प्रसाद माला से सीधा मुकाबला है। भाजपा के विधानसभा उपाध्यक्ष अमीनुल हक लस्कर का सोनाई में एआईयूडीएफ के करमी उद्दीन बारभूइंया से सीधी टक्कर है। मंत्री पीजूष हजारिका का जागीरोड सीट (अनुसूचित जाति आरक्षित) पर कांग्रेस के स्वप्न कुमार मंडल और एजेपी के बुबुल दास के साथ त्रिकोणीय संघर्ष है। उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी भाबेश कलिता का रंगिया निर्वाचन क्षेत्र में एजेपी के बाबुल शहरिया से सीधी टक्कर होगी।

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