ग्वालियर: सेना में भर्ती के लिए लागू की गई अग्निपथ स्कीम का विरोध सर्वाधिक ग्वालियर-चंबल अंचल में देखने को मिला था. दरअसल युवा यहां सड़कों पर उतर आए थे और भारी संख्या में लोगों को इसका खामियाजा भी उठाना पड़ा था. वहीं, वर्तमान में देखा जा रहा है कि सर्वाधिक अग्निवीर इसी धरा से निकल रहे हैं. ग्वालियर के एआरओ कर्नल संतोष कुमार ने बताया कि अक्टूबर 2022 में अग्निवीर की प्रक्रिया शुरू की गई थी. वहीं, बीते 15 जनवरी को आर्मी पब्लिक स्कूल में इसकी लिखित परीक्षा संपन्न कराई गई थी. इस दौरान 430 अभ्यर्थी चयनित हुए थे. इनको 19 फरवरी से ट्रेनिंग के लिए भेजना शुरू किया गया था.
हालांकि कुछ अभ्यर्थी ओटीपी के कारण अभी ट्रेनिंग की राह देख रहे हैं. बड़ी बात यह है कि इन अभ्यर्थियों में से लगभग 35 फीसदी (करीब 150) अकेले चंबल अंचल से हैं. इस दौरान ग्वालियर के अलावा भिंड, मुरैना, शिवपुर और दतिया खास दबदबा देखने को मिला है. बता दें कि ग्वालियर के अलावा भिंड और मुरैना में केंद्र सरकार की अग्निवीर स्कीम का काफी विरोध हुआ था.
ग्वालियर के सेना भर्ती कार्यालय के एआरओ कर्नल संतोष कुमार ने बताया कि इस बार भर्ती प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए हैं. साथ ही बताया कि आगामी 15 मार्च तक सेना की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. इसके बाद ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराई जाएगी, जो कि देश की 176 स्थानों पर आयोजित होगी. इस दौरान प्रत्येक उम्मीदवार के पास पांच परीक्षा स्थानों के चयन का विकल्प होगा.
250 रुपये का रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा कर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेगा. इस दौरान जो युवा परीक्षा के दौरान सेलेक्ट होंगे, केवल उन्हें ही भर्ती के लिए बुलाया जाएगा. भर्ती रैली की प्रक्रिया में अंतिम मेरिट ऑनलाइन टेस्ट के अंकों को मिलाकर पहले की तरह ही तय की जाएगी. नई भर्ती प्रक्रिया को समझने के लिए सेना द्वारा हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा इंडियन आर्मी की वेबसाइट पर भी नई भर्ती प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी गई है.
इस बात का भी रखें विशेष ध्यान
एआरओ कर्नल संतोष कुमार का कहना है कि आर्मी भर्ती प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रलोभन में ना आएं. खासतौर पर ठगों से सावधान रहें. भर्ती की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और इसमें किसी भी व्यक्ति का कोई हस्तक्षेप नहीं है, इसलिए किसी प्रकार के दलालों आदि के झांसे में ना आए और स्वयं का नुकसान ना करें.
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