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आखिरी दो गेंदों में मैच हार गई हैदराबाद की टीम, गुजरात को रास आ रहा धोनी का तरीका

नई दिल्ली। आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस का शानदार प्रदर्शन जारी है। यह इस टूर्नामेंट की एकमात्र टीम है, जिसने उस हर टीम को हराया है, जिसके खिलाफ कोई मैच खेला है। अब तक हैदराबाद एकमात्र टीम थी, जिसके खिलाफ गुजरात को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब गुजरात ने पिछली हार का बदला ले लिया है। कागज पर गुजरात की गेंदबाजी बहुत ही मजबूत नजर आती है, लेकिन इस टीम ने अधिकतर मैच शानदार बल्लेबाजी के दम पर जीते हैं। मुश्किल समय में धैर्य के साथ बल्लेबाजी करने के मामले में गुजरात के बल्लेबाज सबसे आगे हैं। इसी वजह से यह टीम अंक तालिका में पहले स्थान पर है।

गुजरात को धोनी का तरीका बेहद रास आ रहा है। यह टीम मैच को आखिरी ओवर तक ले जाने में यकीन करती है और अंत में विपक्षी गेंदबाज पर दबाव बनाकर मैच जीत लेती है। इस सीजन में गुजरात ने तीन मैचों में लक्ष्य का पीछा करते हुए विपक्षी टीम के जबड़े से जीत छीनी है। वहीं, इस सीजन में दूसरी बार गुजरात ने आखिरी दो गेंदों में छक्के लगाकर अपनी टीम को मैच जिताया। धोनी भी कुछ इसी अंदाज में लक्ष्य का पीछा करते हैं।


मैच का टर्निंग प्वाइंट
पहले बल्लेबाजी करने आई हैदराबाद के लिए अभिषेक शर्मा ने शानदार शुरुआत की थी और बाद में एडेन मार्करम ने अच्छी बल्लेबाजी कर अपनी टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया था। शुरुआत से ही ऐसा लग रहा था कि हैदराबाद एक बार फिर गुजरात को हरा देगी, क्योंकि इस टीम की गेंदबाजी शानदार है। लक्ष्य का पीछा करते हुए भी गुजरात कभी भी जीत के करीब नहीं दिखी, लेकिन राशिद और राहुल तेवतिया ने आखिरी चार ओवर में 59 रन जोड़कर अपनी टीम को जीत दिला दी।

राशिद और राहुल ने मिलकर आखिरी ओवर में मैच पलट दिया। इस मैच के आखिरी ओवर में गुजरात को जीत के लिए 22 रन चाहिए थे। आईपीएल इतिहास में इससे पहले सिर्फ एक बार 21 रन से ज्यादा के लक्ष्य का पीछा किया गया था, जब धोनी ने अक्षर पटेल के खिलाफ 23 रन हासिल कर लिए थे। इस बार मार्को जेन्सन के खिलाफ तेवतिया और राशिद के लिए 22 रन बनाना आसान नहीं था, लेकिन राशिद ने कमाल कर दिया। मैच की आखिरी दो गेंदों में गुजरात को 12 रन की जरूरत थी और राशिद ने लगातार दो छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। राशिद अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस सीजन वो दूसरी बार बल्ले के साथ कमाल करके अपनी टीम को जीत दिला चुके हैं।

कैसा रहा दोनों कप्तानों का प्रदर्शन ?
इस मैच में दोनों ही टीमों के कप्तान बल्ले के साथ फेल रहे, लेकिन फील्डिंग के दौरान शानदार कप्तानी की। पहले हार्दिक ने अपने गेंदबाजों को सही तरीके से चलाया और बल्लेबाजी के लिए आसान पिच पर हैदराबाद को छोटे स्कोर पर रोकने के करीब थे, लेकिन शशांक सिंह ने फर्ग्यूसन की पिटाई कर दी। हार्दिक की सोच सही थी, क्योंकि युवा बल्लेबाज के खिलाफ फर्ग्यूसन जैसे गेंदबाज से सभी विकेट की उम्मीद करते हैं, लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए। विलियम्सन ने भी अपने प्रमुख गेंदबाजों से पहले गेंदबाजी कराई और मैच लगभग जीत लिया था। आखिरी ओवर में उन्होंने युवा मार्को जेन्सन को गेंद दी। उनके पास बचाने के लिए 22 रन थे और हैदराबाद की जीत लगभग तय थी, लेकिन राशिद ने बल्ले से कमाल कर अपनी टीम को मैच जिता दिया।


हैदराबाद के लिए मैच में क्या-क्या हुआ ?
सकारात्मक पक्षः बल्लेबाजी में अभिषेक शर्मा और एडेन मार्करम ने कमाल किया। शर्मा ने 65 और मार्करम ने 56 रन बनाए। अंत में शशांक सिंह ने छह गेंद में 25 रन बनाए और टीम में फिनिशर की कमी पूरी की। गेंदबाजी में उमरान मलिक ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। अभिषेक और उमरान पर हैदराबाद ने निवेश किया था और अब इसका फायदा मिल रहा है।

नकारात्मक पक्ष: कप्तान विलियम्सन, पूरन और त्रिपाठी बड़ी पारी नहीं खेल पाए। सुंदर भी सस्ते में पवेलियन लौटे। वहीं गेंदबाजी में उमरान को छोड़ कोई गेंदबाज विकेट नहीं ले पाया। नटराटन इस सीजन में पहली बार किसी मैच में विकेट नहीं ले पाए। वहीं मार्को जेन्सन ने लक्ष्य का बचाव करते हुए आईपीएल इतिहास की सबसे खराब गेंदबाजी की। उन्होंने चार ओवर में 63 रन लुटाए।

गुजरात के लिए मैच में क्या-क्या हुआ ?
सकारात्मक पक्ष: मोहम्मद शमी और यश दयाल ने शानदार गेंदबाजी की। खासकर दयाल ने बल्लेबाजी के लिए आसान पिच पर रन नहीं दिए। बल्लेबाजी में साहा, तेवतिया और राशिद ने कमाल किया। एक बार फिर मुश्किल हालातों में टीम ने शानदार खेल दिखाया और जीत हासिल की। टीम के सबसे सफल बल्लेबाज हार्दिक और गिल के न चलने पर बाकी खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी उठाई और टीम को जिताया।

नकारात्मक पक्ष: गिल ने धीमी बल्लेबाजी की, कप्तान हार्दिक बल्ले से कोई कमाल नहीं कर पाए। मिलर और अभिनव मनोहर भी फ्लॉप रहे। गेंदबाजी में राशिद और फर्ग्यूसन बहुत महंगे साबित हुए। दोनों को कोई विकेट भी नहीं मिला। अब राशिद के खिलाफ बल्लेबाज आसानी से रन बना रहे हैं और उन्हें विकेट भी नहीं मिल रहे हैं। यह गुजरात के लिए चिंता का विषय होगा।

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