ग्वालियर। ग्वालियर-चम्बल अंचल (Gwalior-Chambal Zone) में पिछले दो दिनों से सीधे उत्तर से ठंडी हवाएं (cold winds from the north) आ रही हैं। इस कारण तापमान में गिरावट होने के साथ वातावरण में ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 से 48 घंटों में आसमान में बादल घुमड़ सकते हैं। इसके चलते दो से तीन मार्च के बीच अंचल में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पश्चिमी शुष्क हवाएं चल रही थीं जिसके चलते अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर 31 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था लेकिन पिछले दो दिन से मौसम शुष्क रहने के साथ हवाओं का रुख उत्तरी हो गया है। सोमवार को भी चार किलो मीटर प्रति घंटे की गति से उत्तरी हवाएं चलीं। चूंकि इन हवाओं में ठंडक है जिसके चलते वातावरण में फिर से ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान भी यही स्थित रह सकती है लेकिन इसके बाद मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है। यह मौसम प्रणाली अगले 24 से 48 घंटों में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगी। मध्यप्रदेश में इस मौसम प्रणाली का प्रभाव पूर्वी एवं पश्चिमी मध्यप्रदेश में ज्यादा नजर आएगा जबकि ग्वालियर-चम्बल अंचल में इसका आंशिक प्रभाव देखने को मिलेगा। यहां बादल छाने के साथ दो से तीन मार्च के बीच कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है लेकिन ज्यादा बारिश की संभावना नहीं है।
12 दिन बाद सामान्य से नीचे पहुंचा अधिकतम तापमान: हवाओं का रुख पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी होने से पिछले 12 दिनों से अधिकतम तापमान सामान्य से काफी अधिक दर्ज किया किया जा रहा था लेकिन पिछले दो दिनों से चल रहीं उत्तरी सर्द हवाओं के असर से रविवार को अधिकतम तापमान 27.2 और सोमवार को 26.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया जो औसत से 2.2 और पिछले दिन से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम है। इससे पहले 15 फरवरी को अधिकतम तापमान 27.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। न्यूनतम तापमान भी पिछले दिन की तुलना में 0.3 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य है। आज सुबह हवा में नमी 58 और शाम को 33 प्रतिशत दर्ज की गई।
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