मुंबई। 2008 के मालेगांव धमाका मामले में नया मोड़ आ गया है। विशेष एनआईए अदालत में एक गवाह ने कहा है कि उसे एटीएस और बाद में मामले की जांच करने वाली एजेंसी ने प्रताड़ित किया था। उसने यह भी बताया कि एटीएस ने उसे इस मामले में योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के चार अन्य लोगों का झूठा नाम लेने के लिए मजबूर किया था।
29 सितंबर, 2008 को मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर उत्तरी महाराष्ट्र के मालेगांव शहर में एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल से बंधे एक विस्फोटक के फट जाने की वजह से छह लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा घटना में 100 से अधिक लोग घायल भी हो गए थे। मामले के अन्य आरोपियों में भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी शामिल हैं।
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बाद भारत में साइबर फ्रॉड से जुड़े मामलों में काफी इजाफा देखने को मिला है। देशव्यापी लॉकडाउन लगने के बाद कई लोग साइबर अपराध का शिकार हुए हैं। ऐसे में कई लोगों को एक बड़े घाटे का सामना करना पड़ा। लोगों के साथ ठगी करने के लिए अक्सर साइबर ठग […]
भोपाल। मध्यप्रदेश (MP) में एससी, एसटी (SC-ST ) आयोग की तर्ज पर सामान्य वर्ग आयोग बनाया जाएगा और यह आयोग सामान्य वर्ग के कल्याण का काम करेगा। यह ऐलान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan ) ने उपचुनाव के लिए प्रचार का आगाज करते हुए सामान्य वर्ग को साधने के लिए किया है। […]
स्वास्थ्य मंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोलार में ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण किया भोपाल। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि अब प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में अपने ऑक्सीजन प्लांट है। स्वास्थ्य मंत्री शनिवार को भोपाल के कोलार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के लोकार्पण कार्यक्रम […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi government of Uttar Pradesh) ने चार साल में पुलिस का चेहरा बदल (Changed face of police in four years) दिया है। सरकार ने यूपी पुलिस को अत्याधुनिक वाहनों व हथियारों से लैस कर उसे मॉडर्न पुलिस बना दिया। प्रदेश की महिलाओं के लिए अलग से पिंक बूथ और […]