नई दिल्ली। वर्ष के प्रारंभ में आत्मविश्वास (Self-confidence) में कमी तो रहेगी। शैक्षिक कार्यों में व्यवधान आ सकते हैं। 15 जनवरी से धैर्यशीलता में कमी आ सकती है। स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। किसी मित्र के सहयोग से आय में वृद्धि हो सकती है। परिवार में व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। माता के स्वास्थ्य (Health) का ध्यान रखें। 27 फरवरी से संतान के स्वास्थ्य के प्रति भी सचेत रहें। परंतु किसी सम्पत्ति से धन लाभ हो सकता है। सात मार्च के बाद किसी कारोबार (business) में निवेश कर सकते हैं। व्यवसायिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ सकती है। रहन-सहन भी अव्यवस्थित रहेगा। पारिवारिक जीवन कष्टमय हो सकता है। 12 अप्रैल के बाद से शैक्षिक कार्यों में सुधार होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी। धर्म के प्रति श्रद्धाभाव रहेगा। 29 अप्रैल को शनि(saturn) के राशि परिवर्तन से साढ़े साती की शुरुआत हो जाएगी। खर्चों में वृद्धि होगी। संचित धन में कमी आएगी। नौकरी में स्थान परिवर्तन हो सकता है। बनते कार्यों में कठिनाइयां आ सकती हैं। विरोध भी हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।
उपाय-
1. प्रतिदिन शनि स्त्रोत्र (Shani Stotra) का पाठ करें। सूर्यास्त के बाद चौमुखा दीपक में सरसों का तेल डालकर पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं।
2. सवा आठ रत्ती का लाजव्रत चांदी की अंगूठी में जड़वाकर दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में धारणा करें।
3. प्रतिदिन प्रातः दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
4. प्रतिदिन प्रातः तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें थोड़े से चावल, चीनी व लाल चंदन का चूरा डालकर भगवान सूर्य (lord sun) को जल की धार बनाकर अर्पित करें।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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