इंदौर न्यूज़ (Indore News) उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News) मध्‍यप्रदेश

इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो ट्रेन के बजाय वंदे मेट्रो चलने की संभावना ज्यादा

 

सिंहस्थ से पहले यही इकलौता विकल्प

इंदौर, अमित जलधारी। इंदौर और उज्जैन (Indore-Ujjain) के बीच राज्य सरकार ने मेट्रो ट्रेन (metro train) का सर्वे जरूर करवाया है, लेकिन इसकी फिजिबिलिटी सकारात्मक आने में संशय है। मेट्रो (metro) प्रोजेक्ट से जुड़े अफसरों का मानना है कि मेट्रो ट्रेन के बजाय इंदौर-उज्जैन के बीच वंदे मेट्रो (Vande Metro) ट्रेन चलाना ज्यादा सुविधाजनक है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इंदौर और उज्जैन पहले ही दो अलग-अलग रेल मार्गों से जुड़े हुए हैं, इसलिए मेट्रो (metro) जैसे भारी-भरकम प्रोजेक्ट की इस रूट पर कोई विशेष जरूरत नजर नहीं आती।


हालांकि सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) के गृहनगर उज्जैन और नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के गृहनगर इंदौर से जुड़ा मामला होने के कारण मेट्रो कंपनी ने इस विषय पर खामोशी अख्तियार कर रखी है। अफसर कह रहे हैं कि यदि सीएम और मंत्री चाहेंगे तो इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो रूट बनाया जा सकता है। तत्कालीन सीएम शिवराजसिंह चौहान की घोषणा के बाद एमपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) से मेट्रो ट्रेन के विस्तार संबंधी सर्वे करवाया था। हालांकि बताया यह जा रहा है कि अब तक अधिकृत रूप से डीएमआरसी ने अपनी सर्वे रिपोर्ट सौंपी नहीं है। सूत्रों ने बताया कि यदि इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो कॉरिडोर बनाने का निर्णय हो भी गया तो सिंहस्थ से पहले 45 किमी लंबे कॉरिडोर का काम पूरा हो पाना मुश्किल है। इसीलिए बेहतर है कि उपलब्ध रेल मार्ग पर ही आधुनिक तीव्र गति वाली ट्रेन चलाई जाए। वर्तमान में इंदौर-देवास-उज्जैन और इंदौर-फतेहाबाद-उज्जैन रूट रेल मार्ग के रूप में उपलब्ध हैं, इसलिए नीतिगत रूप से अलग से मेट्रो रूट बनाने की जरूरत नहीं नजर आती।

दो रूट के सर्वे किए गए

मेट्रो कंपनी ने डीएमआरसी से पीथमपुर-इंदौर-उज्जैन (80-85 किमी) और इंदौर-उज्जैन (45 किमी) दोनों रूटों का सर्वे पिछले साल कराया था। दिलचस्प बात यह है कि पीथमपुर से इंदौर को रेल लाइन से जोडऩे के लिए इंदौर-दाहोद रेल लाइन का काम भी तेजी से चल रहा है। इसलिए इंदौर-पीथमपुर के बीच मेट्रो रूट कितना फायदेमंद होगा यह समझना कठिन नहीं है। इंदौर के लवकुश चौराहे से सांवेर होते हुए उज्जैन तक का सर्वे भी हो चुका है।

रेल मंत्री दे चुके हैं वंदे मेट्रो चलाने का भरोसा

इंदौर प्रवास के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से जनप्रतिनिधियों ने इंदौर-उज्जैन के बीच प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर की चर्चा की थी, लेकिन तब रेल मंत्री ने इस रूट पर जल्द लांच होने वाली वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने का भरोसा दिया था। जानकारों का कहना है कि मेट्रो ट्रेन किसी शहर के भीतर चलाने के लिए तो उपयुक्त है, लेकिन यदि दो शहरों को जोडऩा है तो रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आरआरटीएस) ज्यादा उपयोगी है।

Share:

Next Post

बिना पूर्व सूचना के रेलवे आज चलाएगा इंदौर-हावड़ा स्पेशल

Thu Apr 18 , 2024
स्पेशल चलाई भी तो ज्यादा फायदा नहीं ले पाएंगे यात्री इंदौर। पश्चिम रेलवे (Railways) ने बुधवार को इंदौर से हावड़ा (Indore-Howrah) के बीच एक फेरा स्पेशल (special) ट्रेन चलाने का फैसला तो लिया, लेकिन इसका फायदा ज्यादा यात्रियों को नहीं मिल पाएगा। रेलवे (Railways) ने न तो इस ट्रेन (Train) के चलने की कोई अधिकृत […]