जीवनशैली

ये टिप्स जो आपकी पर्सनैलिटी डेवलपमेंट में मदद करेंगे

नई दिल्ली। हमने कई बार पर्सनालिटी (personality) शब्द सुना है या कहा भी है लेकिन कई बार हमें इसका सही मतलब पता नहीं होता है। पर्सनालिटी डेवलपमेंट (Personalityco Develop) हमें जन्म से नहीं मिलती है, हमें अपनी पर्सनालिटीको डेवलप (Personalityco Develop) करना पड़ता है। आज पूरी दुनिया में कई महान पर्सनालिटी है, उन्होंने अपनी पर्सनालिटी को विकसित किया है।

पर्सनैलिटी यानी व्यवहार का तरीका, चलने, उठने और बैठने का तरीका या कहें आप किस तरह के दिख रहे हैं वह भी आपकी पर्सनैलिटी का हिस्सा है। ऐसे में अगर आपको अपना व्यक्तित्व दबा-दबा सा लगता है तो आप भी अपनी पर्सनैलिटी बेहतर करने की कोशिश कर सकते हैं। ब्यूटी और फैशन के क्षेत्र में अच्छीखासी पहचान बना चुके नाम ‘विकीज टच एंड ग्लो’ की फाउंडर विकि आनंद द्वारा बताई गईं निम्न 5 टिप्स पर्सनैलिटी डेवलपमेंट (Personality Development) में आपके काम आ सकती हैं।



जब आप अपने लिए खुशी से कुछ करते हैं तो उसका असर आपकी पूरी पर्सनैलिटी या व्यक्तित्व पर दिखाई पड़ता है।आपने मन के मुताबिक खुशी से कहीं तैयार होकर जाने पर आपकी बॉडी लैंग्वेज (Body Language) कही ज्यादा कॉन्फिडेंट दिखेगी जिससे अपनेआप ही लोग आपकी तरफ एट्रेक्ट होने लगेंगे।

टाइम मैनेजमेंट
टाइम मैनेजमेंट आपकी पर्सनैलिटी पर कई तरह से प्रभाव डालता है. पहला यह कि अपने समय को सही तरह से बांटने पर आपके पास खुद पर ध्यान देने का टाइम होता है, आप नए विचारों को सोचने-समझने में जल्दी नहीं करते, लोगों पर आपका अच्छा प्रभाव पड़ता है।

एक्सरसाइज
व्यक्ति जितना ज्यादा अपने शरीर को लेकर कॉन्फिडेंट होता है उतनी ही अच्छी उसकी पर्सनैलिटी दिखती है। रोजाना एक्सरसाइज करने पर आपके शरीर में फुर्ती और लचक बनी रहती है, और जब आप खुदको किसी के सामने प्रजेंट करते हैं तो आपका व्यक्तित्व सामने वाले को भी प्रभावित करता है।

डिसिप्लिन
अपने रोजाना किए जाने वाले कामों में डिसिप्लिन बनाए रखना बेहद जरूरी है। जितना नियम से आप अपने काम करेंगे, उतने ही बेहतर परिणाम आपको मिलेंगे। चाहे ये काम आपकी सेल्फ ग्रूमिंग (Self Grooming) से जुड़े हों या फिर आपकी वर्क लाइफ या कालेज लाइफ से. डिसिप्लिन व्यक्ति की पर्सनैलिटी को मजबूती देता है।

बॉडी लैंग्वेज
बॉडी लैंग्वेज महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. पैनल के सामने ठीक से स्थिर और comfortable हो कर बैठें, आपको अपने जवाब देते समय सीधे बैठना चाहिए। कई बार उम्मीदवार उत्तर देते समय आगे की तरफ झुक जाते हैं या सुस्त पड़ जाते हैं, जिसका नेगेटिव असर पड़ता है।

यह एक महत्वपूर्ण बिंदु है जिसे अक्सर छात्र भूल जाते हैं. वे anxiety या excitement की वजह से कई बार ज़ोर से बोलना शुरू करते हैं, जिससे नेगेटिव प्रभाव पड़ता है और आपके अंक कट जाते हैं। सही उत्तर को सही voice level के साथ देना चाहिए आपकी आवाज इतनी तेज होनी चाहिए कि पैनल में उपस्थित सभी लोगों को साफ़ सुनाई दे और समझ में आये।

अपना व्यवहार अच्छा रखें
कोई व्यक्ति चाहे आपसे कितना ही छोटा या जूनियर क्यों न हो, जब आप अपना व्यवहार अच्छा रखते हैं तो सामने वाला आपकी पर्सनैलिटी को पसंद करने लगता है. आपके नम्र व्यवहार का असर आपको खुद पर भी दिखेगा। गुस्सा और अहंकार पर्सनैलिटी को गिराने का काम करते हैं।

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