- पुलिस ने ब्लैकमेलिंग सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच शुुरु की
भोपाल। ऐयरपोर्ट रोड में स्थित लेकपर्ल कॉलोनी में रहने वाले ज्वैलरी कारोबारी पर उन्हीं के अपार्टमेंट में रहने वाले दो भाईयों ने जालसाजी के आरोप लगाए। यहां तक की जल्द उनके जेल जाने की फर्जी सूचना तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म में प्रचारित किए। इतना ही नहीं आरोपियों ने फरियादी के खिलाफ अखबारों में भी भ्रमक खबरें छपवाकर उन्हें बदनाम किया। बदनामी से बचने के लिए आरोपियों ने कारोबारी पर तीस लाख रुपए देने की अड़ीबाजी की। इस मामले में फरियादी की ओर से लिखित शिकायत की गई थी। शिकायत की जांच के बाद में बीती रात पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। आरोपियों की अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
टीआई विजय सिंह सिसोदिया के अनुसार जितेंद्र मंगानी (40)लेक पर्ल कॉलोनी में रहते हैं। वह आर्टिफिश्यिल ज्वैलरी के थोक कारोबारी हैं। उन्हीं की बिल्डिंग में आरोपी रवि कुमार आसवानी और विजय आसवानी रहते हैं।
दोनों गल्ला कारोबारी हैं। फरियादी ने बताया कि उनके ससुर के खिलाफ पिछले दिनों बैरागढ़ थाने में जालसाजी का मुकदमा दर्ज हुआ था। केस रवि की शिकायत पर दर्ज किया गया था। दोनों पार्र्टियों में प्लाट के लेनदेन को लेकर विवाद था। इस मामले में एफआईआर होते ही रवि और विजय की ओर से समाज के वाट्सऐप ग्रुप सहित तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उनके खिलाफ भ्रमक प्रचार किया गया। ससुर पर दर्ज एफआईआर में उन्हें भी आरोपी बताया गया। आगे लिखा गया कि ससुर और दामाद जल्द जेल जाएंगे। इतना ही नहीं आरोपियों ने एक अखबार में भी उनके खिलाफ समाचार प्रकाशित करा दिया। बाद में दोनों आरोपियों ने बदनामी से बचाने के नाम पर उनसे तीस लाख रुपए की डिमांड की। तब फरियादी ने थाना कोहेफिजा पहुंचकर शिकायती आवेदन दिया। आवेदन की जांच के बाद में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। आरोपियों की अभी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। टीआई का कहना है कि जल्द दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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