डेस्क। कोरोना की दूसरी लहर ने देश के तमाम लोगों से काफी कुछ छीन लिया। इस दौरान हजारों बच्चे यतीम हो गए। इन्हीं बच्चों की मदद के लिए महाराष्ट्र के नासिक स्थित एक स्कूल ने बड़ा फैसला किया। इस स्कूल ने पहल करते हुए उन बच्चों की फीस 10वीं कक्षा तक माफ करने की पहल की, जिन्होंने महामारी में अपने अभिभावकों को खो दिया। अब तक 18 छात्रों को स्कूल की इस योजना का लाभ मिल चुका है। बता दें कि स्कूल के इस कदम की काफी तारीफ हो रही है।
Nashik’s ‘Espalier The Experimental School’ to provide free education to children who lost their parent/s in 2nd wave of COVID. “Fees for a single kid or siblings will be permanently waived off till class 10th. So far 18 children are being supported,” said Principal Sachin Joshi pic.twitter.com/5CBCuD1kuP
— ANI (@ANI) July 24, 2021
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, नासिक स्थित एस्पालियर द एक्सपेरिमेंटल स्कूल ने उन बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देने का एलान किया, जिन्होंने अपने माता-पिता को कोरोना महामारी की दूसरी लहर में खो दिया। इसके तहत अपने माता पिता के अकेले बच्चे को मदद दी जा रही है। वहीं, दो बच्चे होने की स्थिति में एक की फीस पूरी तरह माफ कर दी गई। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि इन बच्चों की फीस 10वीं कक्षा तक पढ़ाई के दौरान माफ रहेगी। स्कूल ने अब तक 18 बच्चों की मदद की है।
स्कूल ने कही यह बात
स्कूल के प्रधानाचार्य सचिन जोशी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद हमें ऐसे तमाम बच्चों की कॉल्स मिलीं, जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया। ये बच्चे पढ़ाई छोड़ने की तैयारी कर रहे थे। ऐसे में हमने उनकी मदद करने का फैसला किया। सचिन ने बताया कि इन बच्चों की आर्थिक मदद सिर्फ हम ही नहीं, बल्कि कई अन्य अभिभावक भी कर रहे हैं।