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तुर्की-सीरिया भूकंप: 128 घंटे बाद मलबे से जिंदा निकला 2 महीने का मासूम

नई दिल्ली: तुर्की और सीरिया (Turkey Syria Earthquake) में आए विशानकारी भूकंप की वजह से हजारों लोगों की जिंदगी तबाह हो गई. अब तक 26,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. भूकंप की वजह से ढही इमारतों का मलबा हटाने का कार्य अभी भी जारी है. इस बीच कुदरत का चमत्कार देखने को मिला. तुर्की के हेते प्रॉविंस में बिल्डिंग के मलबे के नीचे 128 घंटे बाद एक नवजात जीवित मिला है. इस बच्चे का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वह एक राहत बचाव कर्मी के गोद में नजर आ रहा है और उसकी उंगली चूस रहा है.

इससे पहले एनडीआरएफ (Indian NDRF) की टीम ने तुर्की सेना के जवानों के साध गांजियाटेप प्रांत के नूरदगी शहर में अभियान के तहत 6 साल की मासूम को बचाया था. इसका वीडियो गृह मंत्रालय ने शेयर किया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद तुर्की में भारतीय रेस्क्यू टीम के काम की स्थानीय लोग लगातार सराहना कर रहे थे.

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता की तरफ से वीडियो ट्वीट किया गया. यह वीडियो गुरुवार को गाजियानटेप के नुरदागी में शूट किया गया था. वीडियो में पीली हेलमेट पहने NDRF के जवान 6 साल की बच्ची को कंबल में लपेटकर स्ट्रेचर पर बाहर लाते दिख रहे हैं. जवान बेहद नाजुक तरीके से बच्ची को संभाले हुए हैं ताकि उसे जरा भी तकलीफ ना हो. उसकी गर्दन को सपोर्ट डिवाइस के जरिए सहारा दिया हुआ है और एक डॉक्टर उसकी जांच कर रहा है.

दक्षिण-पूर्व तुर्की और उत्तरी सीरिया में आये विनाशकारी भूकंप के छह दिनों बाद भी मलबे से कुछ जीवित लोगों को बाहर निकाले जाने के बीच अधिकारियों ने उन 130 लोगों को हिरासत में लिया है या उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए है, जो भूकंप से नष्ट हुई इमारतों के निर्माण में कथित तौर पर शामिल थे. तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 28,000 के पार हो गई है, जबकि कम से कम 80 हजार लोग घायल हुए हैं. बचाव अभियान अभी जारी है. मलबे के नीचे अब भी दबे लोगों को बचाने के लिए बचावकर्मी पिछले पांच दिन से कड़ाके की ठंड में लगातार मशक्कत कर रहे हैं.

तुर्की के उपराष्ट्रपति फुआत ओकटे ने शनिवार देर रात कहा कि 131 लोगों को हिरासत में लेने के लिए वारंट जारी किया गया है, जिन पर इमारतों के ढहने के लिए जिम्मेदार होने का संदेह है. तुर्किये के न्याय मंत्री ने कहा कि इमारतों के ढहने के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जायेगा. अभियोजकों ने निर्माण में प्रयुक्त सामग्री के बारे में साक्ष्य के लिए इमारतों के मलबे के नमूने एकत्र करना शुरू कर दिया है। सरकारी समाचार एजेंसी ‘अनादोलु’ की खबर के अनुसार अधिकारियों ने गजियांतेप प्रांत में रविवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिन पर एक इमारत में अतिरिक्त कमरा बनाने के लिए ‘पिलर’ को काटने का संदेह है.

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