
- 2024 में हुई कतारबद्ध हत्याएँ… 45 मर्डर हो गए
उज्जैन। सरकारी आँकड़ों के मुताबिक साल 2024 में एक जनवरी से 31 दिसंबर के बीच उज्जैन जिले में हत्या के कुल 45 मामले दर्ज किए गए है। यह आँकड़ा पिछले तीन सालों में उज्जैन जिले में हुई हत्याओं में सबसे ज्यादा हैं। बता दें कि जिले में साल 2023 में 39 और 2022 में 34 हत्याएँ हुई हैं।
पुलिस विभाग में दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार पिछले 12 माह में कुल 9423 आईपीसी-बीएनएस अपराध घटित हुए। जबकि साल 2023 में इसी अवधि में 9965 और साल 2022 में कुल 10603 अपराध घटित हुए है, जिससे यह कहा जा रहा है कि बीते 3 सालों में शीर्ष अपराधों में 5 से 6 प्रतिशत की कमी आई है। आँकड़ों में यह भी पाया गया है कि गंभीर अपराधों जैसे बलात्कार के प्रकरणों में 14 प्रतिशत, डकैती में शत-प्रतिशत और डकैती की तैयारी में 50 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है। लूट के अपराधों में 3 प्रतिशत की कमी आई है, वहीं चैन स्नेचिंग जैसे अपराधों में भी काफी हद तक कमी आई है। परंतु उज्जैन जिले में हत्या, हत्या के प्रयास और अपहरण के मामले बढ़े हैं। आँकड़ों के मुताबिक साल 2024 में कुल 45 हत्याएँ हुई। जबकि 2023 में 39 और 2022 में 34 हत्याएँ हुई थी। इसी प्रकार साल 2024 में 53 हत्या के प्रयास के मामले घटित हुए हैं। इस हिसाब से हर माह 4 से 5 ऐसे अपराध हुए, जिसमें हत्या करने की कोशिश की गई। जबकि साल 2023 में 39 और साल 2022 में 75 हत्या के प्रयास के मामले सामने आए थे।
एनडीपीएस एक्ट के मामले बढ़े
आंकड़ों के मुताबिक एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामलों की संख्या में 2024 में लगभग 38 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो साल 2023 में 38 मामलों से बढ़कर 60 हो गई। इसी प्रकार एनडीपीएस अपराधों से संबंधित वाहनों की जब्ती भी पहले से डेढ़ गुना बढ़ गई हैं।