विदेश

‘डिजिटल डॉलर’ बनाने पर विचार कर रहे अमेरिकी राष्‍ट्रपति, दुनियाभर में होगा ये असर

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने अपनी सरकार को डिजिटल डॉलर (digital dollar) बनाने पर विचार करने को कहा है। इसका दुनिया भर में फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस पर असर हो सकता है। एक बैंक एकाउंट में जमा कराई गई रकम या ऐप्स (Application) के जरिए खर्च की गई रकम के विपरीत यह किसी बैंक में नहीं, बल्कि फेडरल रिजर्व (federal Reserve) के एकाउंट्स में रजिस्टर्ड होगा।
डिजिटल डॉलर की वैल्यू पेपर करंसी (paper currency) वाले डॉलर के समान होगी। यह अन्य क्रिप्टोकरंसीज (cryptocurrencies) से बिल्कुल अलग है क्योंकि इनकी वैल्यू में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होता है। हालांकि, डिजिटल डॉलर को लेकर कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर नहीं मिले हैं। यह पता नहीं चला है कि बिटकॉइन की तरह यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बेस्ड होगा या नहीं या इसे किसी प्रकार के पेमेंट कार्ड से लिंक किया जाएगा या नहीं। Biden ने ट्रेजरी डिपार्टमेंट सहित एजेंसियों से इससे जुड़े विभिन्न मुद्दों की स्टडी करने को कहा है। हालांकि, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में डिजिटल करंसी एक्सपर्ट Darrell Duffie ने कहा कि अगर सरकार इस पर आगे बढ़ने का फैसला करती है तो डिजिटल डॉलर का इस्तेमाल शुरू होने में कई वर्ष लग सकते हैं।



इससे ट्रांजैक्शन फीस पर बड़ा असर पड़ सकता है। इसमें पेमेंट्स पर कमीशन लेने वाले बैंकों, बैंक कार्ड्स या ऐप्स के शामिल नहीं होने से ट्रांजैक्शन फीस कम या समाप्त भी हो सकती है। डिजिटल डॉलर का समर्थन करने वालों का कहना है कि इससे उन लोगों को मदद मिलेगी जिनके पास बैंक एकाउंट नहीं हैं। अमेरिका में ऐसे लोगों की संख्या लगभग पांच प्रतिशत की है। इससे सरकार की एक प्रकार से सभी ट्रांजैक्शंस तक पहुंच हो सकती है। इसमें सिस्टम के नाकाम होने या सायबर अटैक जैसे रिस्क भी हैं। इसके अलावा प्राइवेसी को लेकर भी प्रश्न उठ सकते हैं क्योंकि सरकार के पास सभी ट्रांजैक्शंस की जानकारी रहेगी।
डिजिटल डॉलर से बैंकिंग सिस्टम को नुकसान हो सकता है। बैंक कर्ज देने के लिए कस्टमर्स के डिपॉजिट्स का इस्तेमाल करते हैं। डिजिटल डॉलर की स्थिति में उनके पास फंड कम रहेगा। इससे इंटरनेशनल फंड ट्रांसफर में आसानी हो सकती है। फॉरेन एक्सचेंज एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे ऐसी ट्रांजैक्शंस में एक घंटे का समय लग सकता है जिन्हें वैलिडेट होने में दो दिन तक लग जाते हैं।

Share:

Next Post

पंजाब में केजरीवाल की पार्टी जीती तो ट्रेंड होने लगे यूक्रेन के राष्ट्रपति जानें क्‍यों?

Fri Mar 11 , 2022
नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव (punjab assembly elections) में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी जीत दर्ज की है. जब पंजाब चुनाव(punjab assembly elections) के शुरूआती रुझान आप के पक्ष में आना शुरू हुए तो ट्विटर और फेसबुक पर यूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskyy ट्रेंड होने लगे. दरअसल, सोशल मीडिया यूजर्स आम आदमी पार्टी के […]