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Itanagar में बंद के दौरान Violence, सरकारी गाड़ियां आग के हवाले

इटानगर। अखिल निशी छात्र संघ (अनशू) (All Nishi Students Union (Anshu)) के मंगलवार को 12 घंटे के इटानगर बंद (Itanagar 12-hour bandh) के दौरान दोपहर बाद हुई हिंसा (Violence) के बाद सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों दो सरकारी वाहन और दो मोटरसाइकिलें फूंक दी। तीन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। बंद के चलते राजधानी का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा।

राज्य के शिक्षा प्रणाली से संबधित अपनी 14 सूत्रीय मांग के साथ-साथ राज्य की शिक्षा सचिव निहारिका राय के स्थानांतरण और राज्य सुरक्षा सेल द्वारा अनशू के विरुद्ध पुलिस शिकायत को वापस लेने की मांग करते हुए अनशू ने 12 घंटे का राजधानी इटानगर बंद का आह्वान किया था। मंगलवार सुबह पांच से शाम पांच बजे तक बंद के दौरान लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।


अनशू के अध्यक्ष नाबम दोदुम ने मीडिया से कहा कि अनशू का बंद सफल रहा। राज्य के सभी क्षेत्रों के लोगों ने बंद का समर्थन किया। सभी अपने घरों में ही रहे। सभी सरकारी विभाग, निजी संस्थान आदि बंद रहे हैं।

उधर, सुबह लगभग 11:30 बजे तक बंद शांतिपूर्वक चल रहा था। इस बीच राज्य के मुख्य सचिव नरेश कुमार के सचिवालय पहुंचने से हालात बिगड़े। हालांकि सचिवालय में कोई अन्य सरकारी कर्मचारी मौजूद नहीं था।

बंद समर्थक एवं अनशू कार्यकर्ता उन्हें वहां से वापस जाने की मांग करने लगे। आनशू ने कहा कि इसको लेकर हमने राजधानी जिला उपायुक्त और आईजीपी से मिलकर अनुरोध किया कि मुख्य सचिव को सचिवालय से वापस भेजा जाए।लगभग तीन घंटे तक कार्यकर्ता वहां डंटे रहे। इसी बीच गुस्साए बंद समर्थक सचिवालय के सामने एकजुट हो गए और हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान तीन सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।

दोदुम ने कहा कि शांतिपूर्वक बंद मुख्य सचिव के कारण हिंसा में बदल गया और सरकारी संपत्ति भी नष्ट हुई। इसकी जिमदारी मुख्य सचिव की है। दोदुम ने सवाल किया कि जब पूरा विभाग बंद रहा। कोई भी सरकारी कर्मचारी कार्यालय में नहीं आया। तो मुख्य सचिव क्यों कार्यालय आए। उनका क्या उद्देश्य था, क्यों बंद समर्थकों को उकसाया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक हिंसा हिंसा के सिलसिले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। न ही अभी तक किसी के विरुद्ध कोई शिकायत दर्ज हुई है। सरकारी संपत्ति को नष्ट किए जाने का मामला जरूर दर्ज किया जाएगा। हिंसा में कोई हताहत नहीं हुआ है।

सुबह से बंद समर्थकों ने राजधानी क्षेत्र के राजमार्ग के कई इलाको में वाहनों के टायर जलाकर सड़कों को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर के वक्त सचिवालय के पास खड़ी एक सरकारी बस और पुलिस की स्कार्पियो में आग लगा दी गई। वहीं दो पुरानी बाइकों को भी आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा के दौरान चार सरकारी वाहन नष्ट हो हैं। बंद की अवधि खत्म होने के बाद इटानगर में स्थिति सामान्य हो गई। हालांकि, सुरक्षा बलों की तैनाती सभी संवेदनशील इलाकों में की गई है। इस पर सरकार की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। (एजेंसी, हि.स.)

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