भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

नियमित शिक्षक जब पदस्थ हैं तो फिर अतिथि क्यों ले रहे क्लास

  • लोक शिक्षण संचालनालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज मांगा जवाब

भोपाल। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के बावजूद स्कूल में आयोजित कक्षाओं में अतिथि शिक्षकों के अध्यापन करवाने पर लोक शिक्षण संचालनालय ने हैरानी जाहिर की है। आयुक्त जयश्री कियावत ने जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर साफ कहा कि नियमित शिक्षक पदस्थ होने के बावजूद अतिथियों से क्यों कक्षा में अध्यापन कार्य करवा रहे हैं। ये आपत्तिजनक है। ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसे स्कूलों में नियमित अध्यापक ही अध्यापनकार्य करवाएं। उन्हें निर्धारित कालखंड का आवंटन किया जाए। संचालनायल ने कहा कि यदि स्कूलों में विभिन्न कारणों से सेवानिवृत्ति,प्रशिक्षण,अवकाश आदि के कारण विषय के शिक्षक की जगह रिक्त हुई है तो विर्मश पोर्टल पर अद्यतन करने की व्यवस्था के अनुक्रम में स्कूल द्वारा दर्ज रिक्त पदों की जानकारी के अनुसार रिक्तियों की सूची विमर्श पोर्टल के अतिथि शिक्षक माड्यूल पर प्रदर्शित की जा रही है। विर्मश पोर्टल पर प्रदर्शित रिक्ति के विरूद्व संचालनालय के निर्देश के अनुरूप उल्लेखित प्रक्रिया के अनुसार ही अतिथि शिक्षकों को आंमत्रित किया जाए। आयुक्त स्कूल शिक्षा ने उक्त निर्देश का गंभीरता से पालन करने को कहा है।

अध्यापन के लिए निम्न बिंदुओं का करें पालन
विभाग के अनुसार उमावि कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सेटअप व्याख्याता,उमाशि के पद स्वीकृत है अत: व्याख्याता, उमाशि कक्षा 9वीं से 12वीं का अध्यापन करेंगे। व्याख्याता उमा शिक्षक की अनुपलब्धता की स्थिति मं उमावि में पदस्थ उच्च श्रेणी शिक्षक अध्यापक कक्षा 11वीं एवं 12वीं में उन विषयों का अध्यापन करेंगे, जिस विषय में स्नातकोत्तर उपाधि है। एक परिसर एक शाला के तहत संचालित हाईस्कूल ,हायर सेंकेंडरी स्कूल में मर्ज विद्यालयों के शिक्षक विषय के अनुसार अध्यापन कार्य कराएंगे।

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