भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

प्रदेश के प्रवासी मजदूरों के सवा लाख बच्चों का स्कूलों में होगा दाखिला

भोपाल। देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार होने पर घर लौटे मजदूरों के बच्चों को राज्य शिक्षा केंद्र अब स्कूलों में दाखिला दिलाएगा। इसमें मजदूरों के 5 से 14 वर्ष के करीब सवा लाख बच्चे भी शामिल हैं और स्कूलों में प्रवेश से वंचित हैं। अब शासन की बड़ी चिंता इन बच्चों को शिक्षा से जोडऩे का है। इसी के तहत मप्र स्कूल शिक्षा विभाग प्रयास कर रहा है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने आंकड़ें जारी किए हैं। इसमें सबसे ज्यादा छतरपुर जिले में बच्चों की संख्या 12,822 हैं। इसके बाद टीकमगढ़ जिले में 9379 बच्चे हैं। विभाग ने जो आंकड़े जारी किए हैं। राज्य शिक्षा केंद्र ने जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश जारी कर कहा कि प्रवासी मजदूरों के साथ वापस आए बच्चों का सत्यापन कर उन्हें स्कूल में प्रवेश दिलाया जाए। ऐसे बच्चे जो 5 से 14 साल के हैं उन बच्चों को कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल, बालिका छात्रावास, बालक छात्रावास, आवासीय विशेष प्रशिक्षण केंद्र व ब्रिज कोर्स के माध्यम से शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जाए। इन बच्चों को शिक्षा से जोडऩे के लिए महिला व बाल विकास विभाग व अन्य सामाजिक संस्थाएं मदद करेगी। इसके लिए प्रत्येक जिले की चाइल्ड लाइन भी मदद करेगी।

Share:

Next Post

20 फीसदी ही करवाई आरटीपीसीआर की टेस्टिंग

Mon Jan 4 , 2021
क्षमता के मुताबिक आधी जांच भी मेडिकल कॉलेज लैब में नहीं… निजी लैब में ही लगती रही भीड़ इंदौर। मेडिकल कॉलेज स्थित सरकारी लैब की क्षमता रोजाना दो हजार से अधिक आरटीपीसीआर टेस्ट करने की है, लेकिन बीते महीनों के रिकॉर्ड अगर देखे जाएं, तो किसी भी एक महीने में क्षमता के मुताबिक जांच नहीं […]