बड़ी खबर

12 फरवरी की 10 बड़ी खबरें

1. राज्यसभा सीटों के नए चेहरों पर दाव लगाकर पार्टी ने दिए बड़े संकेत, भाजपा साध लिए ये समीकरण

भाजपा नेतृत्व (BJP leadership) ने राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections)के लिए घोषित पहली सूची में नए चेहरों पर दांव (bets on faces)लगा कर साफ कर दिया है कि पार्टी आगे भी बड़े बदलाव (major changes)की तरफ बढ़ रही है। 14 उम्मीदवारों की सूची में 13 नए चेहरे हैं और केवल मौजूदा सांसद सुधांशु त्रिवेदी को फिर से मौका दिया गया है। उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों में दो महिलाओं को मौका दिया है, जबकि पूर्व में कांग्रेस से आए आरपीएन सिंह को राज्यसभा से नवाजा गया है। बिहार और उत्तराखंड में भी चेहरे बदल दिए गए हैं। राज्यसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवारों से साफ है कि भाजपा अपने कई राज्यसभा सांसदों को इस बार लोकसभा के मैदान में उतरना चाहती है। इसके अलावा लंबे समय से सांसद विधायक रहे नेताओं को वह दूसरे दायित्व सौंप सकती है। उम्मीदवारों के चयन में क्षेत्र, जाति और सामाजिक समीकरण भी साधे गए हैं।

2. महाराष्ट्र: कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने पार्टी छोड़ी, बीजेपी में हो सकते हैं शामिल

कांग्रेस (Congress) को लोकसभा चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है। खबर है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने इस्तीफा दे दिया है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इसे लेकर उन्होंने आधिकारिक तौर पर अब तक कुछ नहीं कहा है। कुछ दिनों पहले ही महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। सूत्रों के मुताबिक, अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले से नाराज थे. सूत्रों ने बताया कि उन्हें पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा था. हालांकि उन्होंने इससे इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी (BJP) की लहर लग रही है. अशोक चव्हाण नाना पटोले के विधानसभा अध्यक्ष पद छोड़ने से भी नाराज थे, उनका मानना था कि पटोले की वजह से ही महाराष्ट्र में सरकार गिर गई.

3. रोजगार मेले में PM मोदी बोले- 10 साल में BJP ने दी 1.5 गुना ज्यादा सरकारी नौकरियां

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज यानी सोमवार को रोजगार मेले के तहत हाल ही में भर्ती किए गए एक लाख से अधिक कर्मियों को नियुक्ति-पत्र बांटे. जिन 1 लाख युवाओं को जॉब लेटर बांटे गए हैं उनकी केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों के विभागों भर्तियां हो रही हैं. लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार का यह 12वां और आखिरी रोजगार मेला है. इसके अलावा पीएम ने दिल्ली में कर्मयोगी भवन के पहले चरण का शिलान्यास भी किया. यह परिसर मिशन कर्मयोगी के बीच सहयोग और तालमेल को बढ़ावा देगा. रोजगार मेले कार्यक्रम को पीएम ने वर्चुअली संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज हर युवा के मन में विश्वास है कि वो कड़ी मेहनत और अपनी प्रतिभा के दम पर अपनी जगह बना सकता है. पीएम ने दावा किया कि पहले की सरकार ने अपने 10 साल में जितनी सरकारी नौकरियां दी थीं, उससे लगभग 1.5 गुना ज्यादा सरकारी नौकरियां भाजपा की सरकार ने अपने 10 सालों में दी हैं.


4. ‘PM मोदी ने किया मुमकिन’, कतर से सुरक्षित लौटे पूर्व नौसैनिकों ने कही दिल की बात

कतर Queue) में लंबे समय से सजा काट रहे पूर्व भारतीय नौसेना कर्मी सुरक्षित वापस भारत लोट आए हैं. इन सभी कर्मियों की संख्या 8 थी, जिनमें से 7 नौसैनिक वापस आ गए हैं. इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी. अपने देश वापस आने के बाद मीडिया ने उनसे बातचीत की. बातचीत के दौरान सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आभार व्यक्त किया है. साल 2022 में जासूसी के आरोप में इन आठ नौसेनिकों को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके बाद पिछले साल यानी साल 2023 में उन सभी को कतर कोर्ट ने फांसी की सजा सुना दी थी. भारत सरकार के अपील के बाद इन सब की सजा माफ हुई और अब वह सब सुरक्षित भारत वापस आ गए हैं. वापस आने के बाद सभी नौसेनिकों के चेहरे पर खुशी के साथ सुकून देखने को मिला. सभी ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. वापस लौटे नौसेनिकों में से एक ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम सभी ने घर वापस लौटने के लिए 18 महीनों का इंतजार किया है और हमारे वापस आने का पूरा श्रेय उन्होंने पीएम को दिया है. उन सभी में से एक अन्य नौसैनिक का कहा, “हम सभी पीएम के आभारी है, उनके ना होने पर यह संभव नहीं हो पाता. हमारा सुरक्षित वापस आना उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप और कतर के साथ उनके समीकरण के बिना संभव नहीं हो पाता.”

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की 10 सीटों पर राज्यसभा (Rajya Sabha) के चुनाव होने हैं. इसकी तैयारियों को लेकर बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी जोरों-शोरों से जुटी हैं. बीजेपी ने सात सीटों पर अपने उम्मीदवार भी घोषित कर दिए हैं. अब समाजवादी पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों के नाम को लेकर चर्चा जोरों पर है. सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी यूपी से जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और आलोक रंजन को राज्यसभा भेज सकती है. इनमें सबसे चौंकाने वाला नाम आलोक रंजन का हो सकता है. आलोक रंजन अखिलेश सरकार में यूपी के मुख्य सचिव रह चुके हैं. बता दें कि यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर एक दिन पहले ही बीजेपी ने अपनी लिस्ट जारी की थी, जिसमें उसने सात उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था. बीजेपी के उम्मीदवारों में सिर्फ सुधांशु त्रिवेदी को यूपी से रिपीट किया गया है, बाकि अन्य सभी छह उम्मीदवार नए हैं. इनमें कांग्रेस से बीजेपी में दिग्गज नेता RPN सिंह चौंकाने वाला नाम है. वहीं चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत और नवीन जैन को भी बीजेपी राज्यसभा चुनाव के मैदान में उतारी है.

6. बिहार में हो गया खेला, सीएम नीतीश कुमार ने साबित किया बहुमत, राजद को लगा झटका

बिहार की सियासत (politics of bihar) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। विधानसभा में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। नीतीश कुमार के समर्थन में 129 वोट पड़े हैं। यहां बता दें कि डिप्टी स्पीकर को जोड़कर 130 वोट विश्वास मत के पक्ष में पड़े हैं। वहीं विश्वास मत पर वोटिंग से विपक्ष ने वॉकआउट कर लिया। सियासी उठापटक के बीच तेजस्वी ने नीतीश पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा एक ही टर्न में तीन बार यू टर्न लेना, ऐसा तो कहीं देखा ही नहीं। नीतीश कुमार ने तो नौ बार सीएम की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। नीतीश कुमार की भी राजा दशरथ की तरह कोई ना कोई मजबूरियां रही होंगी। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश आदरणीय हैं और रहेंगे। बिहार के युवाओं को हमने नौकरी बांटी, जो भी असंभव था उसे संभव किया। हमने 2 लाख लोगों को रोजगार दिया। सब जानना चाहते हैं कि नीताश ने पाला क्यों बदला। दशरथ ने नहीं कैकयी ने राम को वनवास भेजा था, नीतीश कुमार समझाएं कि कैकयी कौन है। नीतीश जी एक बार बता देते कि अलग होना है।


7. राज्यसभा जा सकती हैं सोनिया गांधी, जानें किस राज्य से कांग्रेस को मिलेंगी कितनी सीटें

राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। 26 फरवरी को राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होगा। इन 56 सीटों में से 9 सीटें तो कांग्रेस पार्टी के खाते में जाने वाली है। भाजपा और टीएमसी ने अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। हालांकि कांग्रेस की तरफ से अबतक नामों का ऐलान नहीं हो सका है। दरअसल कांग्रेस की राज्य इकाईयों की तरफ से इस बार दबाव है कि उक्त राज्य के व्यक्ति को ही राज्यसभा भेजा जाए। पिछले राज्यसभा के चुनाव के दौरान महाराष्ट्र और राजस्थान में एक उम्मीदवार इन राज्यों से नहीं था। इससे कांग्रेस की राज्य इकाई खासा नाराज चल रही थी। इस बार पार्टी के शीर्ष नेताओं पर दबाव है कि राज्य के नताओं को ही राज्यसभा भेजा जाए। सूत्रों की मानें तो इस बार सोनिया गांधी को भी राज्यसभा भेजा जा सकता है। हालांकि वो राज्यसभा के लिए दक्षिण भारत का कोई राज्य चुनेंगी या फिर उत्तर भारत से इसकी शुरुआत करेंगी। इस बाबत कोई जानकारी सामने नहीं आई है। सूत्रों की मानें तो पार्टी नाम का ऐलान बहुत करके विरोधी खेमे को कोई मौका नहीं देना चाहती है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा भेजे जाने वाले नामों की घोषणा लास्ट मिनट पर की जाएगी। पिछले चुनाव में महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा भेजा गया था। इस बार राज्य से एक सीट कांग्रेस पार्टी को मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अशोक चव्हाण के पार्टी छोड़ने के बाद अगर उनके साथ कुछ विधायक भी पार्टी छोड़ेंगे तो ऐसे में कांग्रेस को महाराष्ट्र में राज्यसभा की एक भी शीट नहीं मिलेगी।

8. UP में भी INDIA गठबंधन को बड़ा झटका, जयंत चौधरी ने किया NDA में शामिल होने का ऐलान

बिहार के बाद यूपी में भी लोकसभा चुनाव से पहले INDIA गठबंधन (INDIA ALLIANCE) को बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Rashtriya Lok Dal President Jayant Chaudhary) ने कहा कि उनकी पार्टी ने NDA में शामिल होने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हमने अपने सारे विधायकों और कार्यकर्ताओं से बात कर ली है। हमने एनडीए के साथ जाने का फैसला किया है। जयंत ने ये भी कहा है कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से नवाजा जाना मेरे और मेरे परिवार समेत किसान समुदाय के लिए बहुत बड़ा सम्मान है। विधायकों की नाराजगी पर जयंत ने कहा कि सभी से बातचीत के बाद ये फैसला लिया गया है। सियासत के जानकारों का कहना है कि जयंत की पार्टी के एनडीए के साथ आने से पश्चिमी यूपी में चुनावी समीकरणों पर बड़ा असर पड़ेगा।


9. सिर्फ MSP ही नहीं बल्कि ये है किसानों के ‘दिल्ली कूच’ करने की 5 बड़ी वजह

किसान (Farmer) एक फिर दिल्ली कूच (Delhi Couch) करने की तैयारी में है. संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) और किसान मज़दूर मोर्चा (Kisan Mazdoor Morcha) ने अपनी मांगों को लेकर 13 फरवरी को ‘दिल्ली कूच’ का नारा दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने 16 फरवरी को एक दिन का ग्रामीण भारत बंद (one day rural india bandh) करने का ऐलान किया है. चर्चा है कि 200 से ज्यादा किसान यूनियन (farmers union) इस मार्च में हिस्सा लेंगी. इस बार किसानों की कई मांगे हैं. बेशक वो प्रमुख तौर पर सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP की गारंटी देने की मांग कर रहे हैं. लेकिन सिर्फ यही एक मुद्दा नहीं है. किसानों को रोकने के लिए कंक्रीट की बैरिकेडिंग की गई. सड़कें बंद की जा रही हैं. प्रशासन ने एहतियाती बरतते हुए पूरी दिल्ली में धारा 44 लागू कर दी है. सोमवार शाम को किसान नेताओं और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बीच बैठक होगी. बैठक में किसान नेता अपनी मांगों को फिर से सरकार के सामने दोहराएंगे. बताया जा रहा है कि अगर समझौता सफल नहीं होता है तो बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की ओर रुख करेंगे.आइए जानते हैं कि ऐसी क्या नौबत आई कि किसानों ने दिल्ली कूच करने का फैसला लिया.

10. तीसरे टेस्ट मुकाबले से पहले भारतीय टीम को लगा बड़ा झटका, बाहर हुआ ये स्टार प्लेयर

भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मुकाबले से पहले एक और तगड़ा झटका लगा है. यह झटका स्टार प्लेयर केएल राहुल (KL Rahul) ने दिया है. चोट से जूझ रहे राहुल तीसरे टेस्ट में भी नहीं खेलेंगे (Rahul will not play in the third test). बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मुकाबला राजकोट में 15 फरवरी से खेला जाएगा. केएल राहुल की जगह देवदत्त पडिक्कल को टीम में शामिल किया जा सकता है. भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की यह टेस्ट सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है. केएल राहुल ने पहला टेस्ट खेला था, जिसमें वो चोटिल हुए थे. पहले टेस्ट के दौरान राहुल ने दाईं जांघ में दर्द की शिकायत की थी. इसके बाद वो दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए थे. अब तीसरे टेस्ट में भी नहीं खेलेंगे. हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज के आखिरी 3 टेस्ट मैचों के लिए अपनी 17 सदस्यीय टीम का ऐलान किया था. इसमें विराट कोहली का नाम नहीं था, जिन्होंने निजी कारणों से ब्रेक लिया है. बीसीसीआई ने साफ कहा था कि राहुल और रवींद्र जडेजा चोट के बाद वापसी कर रहे हैं. उन्हें फिटनेस साबित करनी होगी, तभी वो मैच खेल सकेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि वो चौथे टेस्ट में खेल सकेंगे. बीसीसीआई ने साफ कहा था कि राहुल और रवींद्र जडेजा चोट के बाद वापसी कर रहे हैं. उन्हें फिटनेस साबित करनी होगी, तभी वो मैच खेल सकेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि वो चौथे टेस्ट में खेल सकेंगे.

Share:

Next Post

सरोजिनी नायडू की स्वतंत्रता आंदोलन में थी अहम भूमिका

Tue Feb 13 , 2024
– योगेश कुमार गोयल आजादी के राष्ट्रीय आन्दोलन में उल्लेखनीय योगदान देने वाली स्वतंत्रता सेनानियों में ‘नाइटिंगेल ऑफ इंडिया’ तथा ‘भारत कोकिला’ के नाम से विख्यात प्रख्यात कवयित्री और देश के सर्वोत्तम राष्ट्रीय नेताओं में से एक सरोजिनी नायडू का नाम सदैव आदर के साथ स्मरण किया जाता है। उनके नाम का जिक्र होते ही […]