इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इंदौर में नए वैरिएंट से निपटने के लिए 16 बेड का कोविड केयर सेंटर तैयार

  • डॉक्टर्स बोले- नए वैरिएंट से कोई खतरा नहीं… सोशल मीडिया पर सनसनी फैलाने वालों से सावधान रहें

इंदौर। शहर में कोरोना के नए वैरिंएट से हर स्थिति में हर हालत से निपटने के लिए एडवांस में सारी तैयारी हो चुकी है। मनोरम राजे टीबी हॉस्पिटल में कोविड केयर सेंटर एक बार फिर बनकर तैयार है। होम आइसोलेशन वाले पलासिया के दोनों मरीज भी स्वस्थ हैं। इनके सैम्पल्स जांच के लिए भोपाल भेज दिए गए हैं। विशेषज्ञ डॉक्टर्स के अनुसार, कोरोना के नए वैरिएंट से डरने की बजाय सभी को सोशल मीडिया और वाट्सऐप पर सनसनी फैलाने वालों से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।

कोविड -19 के नए वैरिएंट के मामले में इंदौर मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग से लेकर भोपाल मेडिकल कॉलेज के सभी विशेषज्ञ डॉक्टर सहित मेडिकल प्रोफेसर का कहना है कि कोरोना, यानि कोविड के नए वैरिएंट से कोई बड़ा खतरा नहीं है। अभी तक इस नए वैरिएंट जेएन डॉट-1 से सम्बंधित जो जानकारी लगी है, उसके अनुसार यह भी कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की तरह है। बस ओमिक्रोन और जेएन डॉट-1 वैरिएंट में यह अंतर है कि यह ज्यादा तेजी से फैलता है।

5 हजार बेड के साथ 36 ऑक्सीजन प्लांट कोविड से निपटने के लिए तैयार

एक बार फिर जबरन कोरोना का हल्ला मचाया जा रहा है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है। वैसे भी 5 हजार बेड के साथ 36 ऑक्सीजन प्लांट तैयार हैं, किसी भी विपरित परिस्थिति से निपटने के लिए। स्वास्थ्य विभाग ने हालांकि लगातार एडवाइजरी भी डेंगू से लेकर अन्य वायरल बुखार के संबंध में जारी कर रखी है।


मगर अभी दो-तीन कोरोना मरीज मिलने के बाद हल्ला मचने लगा और ऑक्सीजन प्लांट की भी सुध ली गई। हालांकि 48 में से 36 प्लांट चालू अवस्था में है और इंदौर के सरकारी और निजी अस्पतालों में 5 हजार ऑक्सीजन बेड भी तैयार हैं, जो कोविड-19 की तमाम नई चुनौतियों से निपटने में हैं। हालांकि इसकी नौबत आएगी भी नहीं, क्योंकि अब कोरोना सामान्य वायरल की तरह हो गया है।

यह सावधानी जरूर रखें

बुखार, कफ की शिकायत के साथ यदि सांस लेने में परेशानी हो रही हो, सीने में दम फूल रहा हो तो डॉक्टर को तुरंत दिखाकर जांच कराएं। भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें। साबुन से हाथ धोते रहें। इम्यूनिटी बढ़ाने से सम्बंधित भोजन, फल और हरी सब्जियों का ज्यादा इस्तेमाल करें।

दोनों मरीजों के सैम्पल्स भोपाल एम्स में भेजे

पलासिया इलाके के दोनों मरीज उनके होम आइसोलेशन में ही लगभग ठीक हो चुके हैं। इस दम्पति में कोरोना का कौन सा वैरिएंट था, यह पता लगाने के लिए 38 और 35 वर्षीय दोनों मरीजों के सैम्पल्स भोपाल एम्स हॉस्पिटल में भेज दिए गए हैं। इनकी रिपोर्ट आने में आठ से दस दिन लगेंगे -डॉ अमित मालाकार, जिला सर्विलांस अधिकारी, आईडीएसपी इंदौर

हर स्थिति से निपटने की एडवांस तैयारी

इससे कतई डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। बस लक्षण दिखते ही सतर्क हो जाए। हमने कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने के लिए हमारे मेडिकल कॉलेज से सम्बंधित हॉस्पिटल में सारे संशाधनों के साथ एडवांस में सारी चाकचौबंद तैयारिया कर रखी हैं। -डॉ सजंय दीक्षित, डीन एमजीएम कॉलेज, इंदौर

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