- 40 हजार करोड़ रुपये की रक्षा सामग्री विदेशों से खरीदते आ रहे है
इंदौर। अभी तक रक्षामंत्रालय (Ministry Of Defence) 40 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की रक्षा सामग्री दूसरे देशों से खरीदता आ रहा है , मगर अब 200 से ज्यादा रक्षा उत्पाद (Defence Product) हमारे देश के उधोगो में बनाये जाएंगे इससे न सिर्फ हम आत्म निर्भर (Self-Dependent) बनेंगे बल्कि कई उधोगों का विकास होगा और हजारो युवाओ को रोजगार मिलेगा ।
यह सब बाते कल एक्सपोर्ट कॉन्क्लेब (Export Conclave) में डिफेंस रिसर्च डवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (Defense Research Development Organization) के चेयरमैन डाक्टर (Chairman Doctor) जी .सतीश रेड्डी ने सूक्ष्म लघु मध्यम उधोग (Small Medium Industries) से जुड़े उधोगपतियो (Industrialists) से कही । उन्होंने कहा 209 प्रकार के रक्षा उत्पाद तो ऐसे है जो हम आसानी से हमारे यंहा बना सकते है मगर हमे इसके लिए दूसरे देशों पर निर्भर थे। मेक इन इंडिया (Make In India) के तहत अब इस मामले में हमे आत्म निर्भर बनना होगा। इसकी शुरुआत हो चुकी है हमने 209 रक्षा उत्पादों की सूची बना कर इन्हें हमारे देश मे ही हमारे उधोगों में बनाने की शुरुआत कर दी है। डिफेंस रिसर्च डवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन की निगरानी व नेतृत्व में अभी तक 100 से ज्यादा उधोगों को वित्तीय संस्थानों के माध्यम से दस -दस करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता कर उनसे रक्षा उत्पाद बनवा रहे है।
बुलाया 300 को 600 से ज्यादा पहुंच गए
कल ब्रिलियेन्ट कन्वेशन सेंटर (Brilliant Convention Center) में आयोजित एक्सपोर्ट कॉन्क्लेब (Export Conclave) उम्मीद से ज्यादा सफल रहा सूक्ष्म लघु मध्यम (Small Medium Industries) उधोग मन्त्रालय ने लगभग300 उधोगपतियों को आमंत्रित किया था मगर बारिश होने के बबाजूद 600 से ज्यादा लोग पहुंच गए इस वजह से बैठने की व्यवस्था गड़बड़ा गयी । यंहा तक कि मीडिया वालों को कुर्सियों के लिए संघर्ष करना पड़ा। कार्यक्रम का समय 3बज 30 मिनिट तय किया था मगर शुरूआत 4 बज कर 10 मिनिट पर हुई जो 6 बज कर 30 मिनिट तक चलता रहा। कन्क्लेब के बाद सभी डा. रेड्डी द्वारा दी गई रक्षा सामग्री व रक्षामंत्रालय सबंधित रोचक जानकारियों की तारीफ करते नजर आए।
[relpost
Share: