इंदौर न्यूज़ (Indore News)

21 लाख मतदाता हो गए 85 वार्डों में

पिछले निगम चुनाव की तुलना में 4 लाख मतदाता बढ़े – अब 16 दिन और मिल गए दावे-आपत्तियों के लिए
इन्दौर। निगम और जनपद पंचायतों के चुनावों के लिए मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य चल रहा है। अब दावे-आपत्तियों की अंतिम तारीख 9 से बढ़ाकर 25 जुलाई कर दी है। वहीं निगम के 85 वार्डों में लगभग 21 लाख मतदाता हैं। हालांकि दावे-आपत्ति के बाद ये संख्या बढ़ेगी। गत निगम चुनाव की तुलना में 4 लाख मतदाता अभी प्रारंभिक सूची में बढ़ गए हैं।
अभी भाजपा के भी जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मांग की थी कि कोरोना संक्रमण के चलते दावे-आपत्तियों की समय-सीमा कम रखी गई है और लोग केन्द्रों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं और मतदाता सूची में गड़बडिय़ां भी हैं। पहले 9 जुलाई तक ही दावे-आपत्तियों की समय सीमा थी, जिसे कल मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव दुर्ग विजय सिंह ने पत्र भेजकर 25 जुलाई तक करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टरों को दे दिए। यानी अब दावे-आपत्तियों की समय सीमा 25 जुलाई कर दी गई है। यह भी उल्लेखनीय है कि इंदौर निगम में शामिल 85 वार्डों में मतदान केन्द्रों की संख्या जहां 2166 है वहीं मतदाताओं की संख्या लगभग 21 लाख पहुंच गई है, जिसमें थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 177 बताई गई है, जबकि पुरुष मतदाता 10 लाख 70 हजार और महिला मतदाता 10 लाख 20 हजार से अधिक है। 5 साल पहले हुए नगर निगम चुनाव की तुलना में 4 लाख मतदाता बढ़े हैं। हालांकि दावे-आपत्तियों के बाद 21 लाख से भी अधिक मतदाता हो जाएंगे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी रजनीश श्रीवास्तव के मुताबिक कोरोना संक्रमण के चलते दावा-आपत्ति केन्द्रों तक लोगों को पहुंचने में असुविधा हो रही थी, जिसके कारण आवेदन कम मिल रहे थे। लिहाजा अब तारीख बढ़ा दी गई है। उल्लेखनीय है कि इंदौर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष सिंह सहित प्रदेश के अन्य जिलों के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा कोविड संक्रमण को देखते हुये दावे-आपत्ति प्राप्त करने की तिथि को आगे बढ़ाये जाने का अनुरोध किया गया था। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी संशोधित कार्यक्रम के अनुसार मतदाता-सूची पर दावे-आपत्ति प्राप्त करने की अवधि एक जुलाई से 25 जुलाई तक है। दावे-आपत्तियों के निराकरण की अंतिम तिथि 5 अगस्त, 2020 है। फोटोयुक्त अंतिम मतदाता-सूची का विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 2 सितम्बर को होगा। वहीं दूसरी तरफ कलेक्टर ने निगम क्षेत्र में फोटोयुक्त मतदाता सूची के पुनरीक्षण के कार्य के लिए जिले में पदस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों को वार्डवार जिम्मेदारी दी है, जिसमें संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम से लेकर तहसीलदार और सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख सहित अन्य को रजिस्ट्रीकरण व सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बनाया गया है और इस कार्य में वे निगम के झोनल अधिकारियों और अन्य स्टाफ का भी सहयोग ले सकेंगे।
चारों जनपद पंचायतों में  साढ़े 6 लाख मतदाता
निगम के 85 वार्डों में जहां 21 लाख मतदाता हैं, वहीं चारों जनपद पंचायतों में 1215 मतदान केन्द्रों के साथ लगभग साढ़े 6 लाख मतदाता हैं, जिनमें थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 22 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 3 लाख 32 हजार से अधिक और महिला मतदाताओं की संख्या 3 लाख 16 हजार से ज्यादा हैं। इनमें सांवेर की 93, महू की 86, इंदौर की 75 और देपालपुर की 117 पंचायतें शामिल हैं। सांवेर में डेढ़ लाख से ज्यादा, महू में 1.21, इंदौर जनपद में 1.63 और देपालपुर जनपद में 1.48 लाख मतदाता हैं।
5 सितम्बर को होगी अब अंतिम सूची प्रकाशित
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण के लिए अब नया कार्यक्रम जारी किया है, जिसमें 5 सितम्बर को अंतिम फोटोयुक्त मतदाता सूची का सार्वजनिक प्रकाशन किया जाएगा और फिर इसके आधार पर ही निगम और जनपद पंचायतों के चुनाव होंगे। 25 जुलाई तक दावे-आपत्ति, 5 अगस्त तक निराकरण, 30 तक चैक लिस्ट की जांच, 22 अगस्त को फोटोयुक्त और फोटो रहित सूची तैयार करने, 25 अगस्त को वेबसाइट पर अपलोड करने, 29 को रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध करना होगा।

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