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देश में 3.1 करोड़ लोगों को गांजे की लत, हर दिन 21 मौतें, जानें कितनी बड़ी है भारत में ड्रग्स की समस्या?

मुंबई। महाराष्‍ट्र की राजधानी मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज जहाज में रेव पार्टी (rave party) में ड्रग्स (Drugs) का इस्तेमाल होने का मामला सामने आने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. पिछले साल सामने आए बॉलीवुड में ड्रग्स कनेक्शन(Drugs Connection in Bollywood) के बाद यह पहली बार हुआ है, जब बड़े चेहरे फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं. बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे (son of bollywood superstar shahrukh khan) आर्यन खान (Aryan Khan) भी इस समय मुश्किल में हैं और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो Narcotics Control Bureau (NCB) की कस्टडी में हैं.



2007 में इंटरनेशनल नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड की एक रिपोर्ट (A report by the International Narcotics Control Board) आई थी. इस रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई सेलेब्रिटी ड्रग्स के अपराध में फंसता है तो वो समाज को भी प्रभावित करता है, खासतौर से ऐसे युवाओं को जिन्होंने अभी तक ड्रग्स का सेवन(drug use) नहीं किया था. मतलब सेलेब्रिटी के ड्रग्स लेने से आम लोग भी ड्रग्स लेने लगते हैं.
भारत(India) में कितने लोग ड्रग्स लेते हैं? इसका कोई आंकड़ा तो मौजूद नहीं है. लेकिन संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट(UN Report) बताती है कि 2009 की तुलना में 2019 में भारत में ड्रग्स लेने वालों की संख्या 30% बढ़ गई थी. वहीं, नेशनल ड्रग डिपेंडेंट ट्रीटमेंट National Drug Dependent Treatment (NDDT), एम्स की 2019 में आई रिपोर्ट बताती है कि भारत में 16 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्हें शराब की लत है. इसमें बड़ी संख्या महिलाओं की भी है. एम्स के इस सर्वे में शामिल 2.8% यानी 3.1 करोड़ लोग ऐसे थे जिन्होंने गांजा लेने की बात मानी थी.

सबसे ज्यादा शराब पीते हैं भारतीय

  • 16 करोड़ भारतीय शराब का सेवन करते हैं.
  • 3.1 करोड़ भारतीय गांजे का सेवन करते हैं.
  • 2.3 करोड़ भारतीय ओपियोइड (अफीम) का सेवन करते हैं,
  • 77 लाख भारतीय इनहैलेंट्स का इस्तेमाल करते हैं.
  • 8.5 लाख भारतीय इंजेक्शन के जरिए ड्रग्स लेते हैं.

भारत में हर दिन 21 मौतें…
ड्रग्स की लत इतनी बुरी होती है कि ये मिल जाए तो भी जान का खतरा है और न मिले तो भी. एनसीआरबी के पास अभी 2019 तक के आंकड़े हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में हर दिन 21 लोगों की जान ड्रग्स ने ले ली. इनमें 7 हजार 860 लोग ऐसे थे जिन्होंने ड्रग्स की वजह से सुसाइड कर ली. यानी हर दिन 21 मौतें और करीब हर घंटे में एक मौत.

पिछले 5 साल में ड्रग्स की वजह से कितनी आत्महत्याएं हुईं?
साल                    आत्महत्या के मामले
2019                  7,860
2018                  7,193
2017                  6,705
2016                  5,199
2015                  3,670
(सोर्सः एनसीआरबी)

भारत में अवैध ड्रग्स की तस्करी भी जमकर होती है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े बताते हैं कि 2020 में एनसीबी ने अवैध ड्रग्स तस्करी के 26 हजार 560 मामले दर्ज किए थे. इसे ऐसे भी समझिए कि पिछले साल एनसीबी ने अफीम से जुड़े 2.47 लाख किलो ड्रग्स और 4.36 लाख किलो गांजा जब्त किया था.

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