उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

रात में 35 नए केस..100 के पार पहुँची उज्जैन में कोरोना मरीजों की संख्या

  • मरीज बढऩे के बाद ताबड़तोड़ में अधिकारियों की बैठक हुई-आज से सख्ती बढ़ाएँगे

उज्जैन। कोरोना की तीसरी लहर में बीती रात नए मरीजों की रिकार्ड संख्या सामने आई। एक ही दिन में कल 35 कोरोना नए केस आ गए और आंकड़ा 100 के पार पहुँच गया। संक्रमण की दो गुनी रफ्तार को देखते हुए कल अधिकारियों की बैठक हुई और आज से बाजारों में सख्ती बढ़ाने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि शहर में अब कोरोना की तीसरी लहर रफ्तार पकडऩे लगी है। एक दिन पहले शहर में 22 नए केस सामने आए थे, वहीं कल रात फिर 35 नए मामले सामने आ गए। इन्हें मिलाकर अब तक पॉजीटिव आए मरीजों का आंकड़ा 107 तक पहुँच गया है। इधर पिछले एक हफ्ते से कागजों पर ही कोरोना गाईड लाईन को लेकर सख्ती बरती जा रही थी। यही कारण रहा कि कल शहर में कोरोना का विस्फोट हो गया। स्थिति को देखते हुए कल कलेक्टर ने स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक रखी थी। इसमें निर्णय लिया गया कि आज से रोको टोको अभियान सख्ती से चलाया जाएगा और जुर्माने के साथ-साथ समझाईश देकर लोगों से कोरोना गाईड लाईन का पालन कराया जाएगा।



जिला कोरोना नियंत्रण नोडल अधिकारी डॉ. एच.पी. सोनानिया ने बताया कि पिछले 3 दिनों में जिस तरह से कोरोना के केस दो गुनी रफ्तार से रोज बढ़ रहे हैं उससे इस बात का अंदेशा है कि संक्रमण कम्युनिटी में फैल गया है। ऐसे में भीड़ भरे स्थानों पर लोगों को मास्क लगाने और कोरोना गाईड लाईन का सख्ती से पालन करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि कल रात जितने भी 35 पॉजीटिव मरीज मिले हैं उन्हें वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं लेकिन सतर्कता नहीं बरतने के कारण ऐसे लोग भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। इधर कल रात 35 नए मरीजों के बाद शहर में एक्टिव केस बढ़कर 92 हो गए हैं। राहत की बात यह है कि इनमें से 88 मरीजों को होम आईसोलेशन में रखा गया है। बाकी मरीजों का अस्पतालों में उपचार चल रहा है।

निजी अस्पतालों में भी बढ़ रहे केस
सरकारी आंकड़ों में बीती रात भले ही कोरोना के 35 केस आए हों लेकिन शहर के निजी अस्पतालों में भी लगातार कोरोना के मरीज भर्ती हो रहे हैं। जानकारी मिली है कि लोग निजी लेब पर कोरोना की जाँच करा रहे हैं और उपचार के लिए सरकारी अस्पतालों में भर्ती होने की बजाय प्रायवेट ईलाज करा रहे हैं। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में ही कोरोना के 5 मरीजों का उपचार चल रहा है। शहर के अन्य निजी अस्पतालों में कल 8 से 10 मरीज भर्ती हुए हैं।

बेड बढ़ाने का कहा प्रायवेट अस्पतालों को
कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए कल हुई बैठक में कलेक्टर ने शहर के निजी अस्पताल संचालकों को स्पष्ट कहा है कि वे अपने यहाँ कुल बेड का 10 प्रतिशत भाग कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखें। हालांकि इस बैठक में निजी अस्पतालों को उपचार की फीस में कटौती से राहत दी गई है। इंदौर में एक दिन पहले कलेक्टर ने निजी अस्पतालों को उपचार की फीस एक जैसी निर्धारित करने का कहा है। जबकि उज्जैन में पिछली बार की तरह निजी अस्पतालों को फीस के लिए कहा गया है।

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