इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इन्दौर के शराब माफिया गैंगवार के चलते 9 अहाते कराए सील

कलेक्टर ने आबकारी अमले को लगाई कड़ी फटकार भी… अन्य अवैध अहातों के साथ अवैध शराब की धरपकड़ तेज करने के भी दिए निर्देश
इंदौर।  शराब माफिया (Liquor Mafia) के बीच गैंगवार (Gang War) की खबरें जहां सुर्खियों में है, वहीं पुलिस महकमे की ढिलाई भी उजागर हो गई। दूसरी तरफ कलेक्टर ने आबकारी अमले को कड़ी फटकार लगाई और अवैध शराब (Illegal Liquor) के कारोबार के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही अवैध अहाते सील (Illegal Precinct Seal) भी करवा दिए। सतीश भाई व अन्य ग्रुप से जुड़े 9 अहातों को अभी आबकारी विभाग ने बंद करवा दिया है और सहायक आयुक्त आबकारी राजनारायण सोनी (Rajnarayan Soni) के मुताबिक अन्य अहातों की जांच भी की जा रही है और किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि शराब ठेकेदार अर्जुन ठाकुर को गोली मारने के मामले में सतीश भाऊ, चिंटू उर्फ जितेन्द्र ठाकुर को जहां पुलिस ने गिरफ्तार किया, वहीं इस मामले में एके सिंह और पिन्टू भाटिया को भी नामजद आरोपी बनाने की सूचना मिली है, क्योंकि फरियादी अर्जुन ठाकुर (Arjun Thakur) ने भी इस संबंध में गृहमंत्री को पत्र लिखा था।


इंदौर में बीते 4 दिनों से शराब माफिया (Liquor Mafia)  और उससे जुड़ी गैंगवार (Gang War) की खबरें ही सुर्खियों में है। इस दौरान फुलिस विभाग का लचर रवैया भी सामने आया। पहले ही दिन जब अर्जुन ठाकुर (Arjun Thakur) को गोली मारी गई तब शराब सिंडिकेट के योजना क्र. 74 स्थित कार्यालय को भी उसके समर्थकों ने पुलिस की मौजूदगी में ही फोड़ दिया और पुलिस जवान मूकदर्शक बने खड़े रहे। दरअसल, पूरे ही शराब माफियाओं को कांग्रेस-भाजपा के नेताओं का वरदह रहा है। उसके बाद सतीश भाऊ और चिंटू को गिरफ्तार भी किया गया। वहीं इस पूरे मामले में शराब दुकानों (Liquor Shops) और उससे लगे अहातों को कब्जे में लेने का मामला भी सामने आया। दरअसल जिले में देशी शराब की दुकानों के साथ तो आबकारी विभाग ने अहाते मंजूर रखे हैं। वहीं कुछ विदेशी दुकानों के साथ भी अहाते हैं। मगर अन्य देशी-विदेशी शराब की पास-पास दुकानों के साथ अवैध अहाते (Illegal Precincts) भी संचालित हो रहे हैं। जानकारों का कहना है कि सतीश भाऊ के ही 9 से अधिक अहाते हैं, जिनसे लाखों रुपए महीने की कमाई होती है। कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने आबकारी अमले को इस पूरे मामले को लेकर कड़ी फटकार लगाई और अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से खत्म करने और अवैध अहातों (Illegal Precincts) को बंद करने के निर्देश दिए, जिसके चलते सहायुक्त आबकारी राजनारायण सोनी ने 9 अहातों को कल बंद करवाया। इसमें मालवा मिल, मच्छी बाजार, खजराना, पिगडम्बर, काछी मोहल्ला सहित अन्य कुल 9 अहाते शामिल हैं। आबकारी विभाग का यह भी दावा है कि अब किसी तरह के अवैध अहातों के साथ अन्य गतिविधियां भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दरअसल भोपाल तक शराब ठेकेदार को गोली मारने और इस गैंगवार का हल्ला मचा, जिसके चलते गृहमंत्री और इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी बयान देना पड़ा कि सख्त कार्रवाई ऐसे तत्वों के खिलाफ की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा से लेकर भाजपा की मंत्री उषा ठाकुर सहित अन्य के साथ भी शराब कारोबार से जुड़े इन चेहरों के फोटो सामने आए। वहीं अर्जुन ठाकुर (Arjun Thakur), जिसे गोली मारी गई उसने भी शराब सिंडिकेट के एके सिंह, पिन्टू भाटिया को भी आरोपी बनाने की मांग की। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इन्हें भी नामजद आरोपी बनाया है और गिरफ्तारी के लिए टीमें भी गठित कर दी। दरअसल, चिन्टू, हेमू और सतीश भाऊ के अलावा अर्जुन ठाकुर ने जो शिकायत की, उसमें अन्य नाम भी जाहिर किए गए और फिर गृहमंत्री को भी कल पत्र भेजा। मीडिया में भी हल्ला मचने के चलते अब राजनीतिक मददगार भी उतने सक्रिय नहीं हैं, लेकिन पर्दे के पीछे कई नेता और रसूखदार बचाने में जुटे भी हैं। इंदौर में शराब का ठेका हमेशा से ही महत्वपूर्ण रहा है। एक हजार करोड़ रुपए से अधिक के ठेके को हासिल करने के लिए प्रदेशभर के छोटे-बड़े शराब कारोबारी ललायित रहते हैं और इस बार भी सिंडिकेट बनाकर यह ठेका हासिल किया गया।

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